यदि पटेल के जैसा भारत में व्यक्तित्व नहीं होता,
तो दुनियाभर में भारत का ये अस्तित्व नहीं होता -कवि देशराज सिंह आज़ाद
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, लौहपुरुष के सब शैदाई:शायर मुरादाबादी
(पटेल जयंती की पूर्व संध्या पर KDC के JB सिंह सभागार में कलाम फाउंडेशन द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन के दौरान)
प्रख्यात महापुरुष लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती की पूर्वसंध्या पर JB सिंह सभागार KDC में मौजूद गणमान्य अतिथियों में मुख्य अतिथि नानपारा विधायक रामनिवास वर्मा ,विशिष्ट अतिथि दिनेश चंद्र जिलाधिकारी बहराइच व लोकप्रिय वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी एवं कलाम फाउंडेशन के कर्मठ पदाधिकारियों व कवियों समेत सभी अतिथियों द्वारा मां सरस्वती जी के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन माल्यार्पण पूजन अर्चन व देश के प्रथम गृह मंत्री पूज्य पटेल जी के चित्र पर माल्यार्पण कर शत शत नमन करते हुए विशुद्ध कवि सम्मेलन का भव्य शुभारंभ किया गया।कार्यक्रम का संयोजन कलाम फाउंडेशन की ओर से अमर सिंह विसेन व विकास जायसवाल धोनी ,दीपांकर त्रिपाठी,दिव्या पोरवाल आदि द्वारा किया गया। सभी सम्मानित अतिथियों, कवियों व आगन्तुकों को कलाम फाउंडेशन द्वारा अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया।शुभारंभ वाणी वंदना से हुआ जबकि प्रमुख वयोवृद्ध कवियों में गुलाब चन्द्र जायसवाल जी के द्वारा पहले pm पटेल होते तो देश का गौरव बढ़ जाता,राष्ट्रवाद का भारत में अवसान न कोई सह पाता।साहित्यभूषण पुरस्कार प्राप्त कवि महसी के रामकरन मिश्र सैलानी ने पढ़ा-रचि मानस मानस मानस ते तुलसी जनमानस मा बसिगे।
राजी चौराहा महसी के कवि गंगाराम वर्मा ने छुट्टा मवेशियों पर लोकगीतपढ़ा जिस पर श्रोताओं ने खूब तालियां बजायीं।इसके अतिरिक्त शायर मुरादाबादी व कवि देशराज सिंह आजाद ने भी पटेल जी पर शीर्षक में उल्लिखित पंक्तियां पढ़ीं।इस दौरान मौजूद प्रमुख श्रोताओं में प्रमोद सिंह जादौन,समाजसेविका शिखा त्रिपाठी, अधिवक्ता अनिल मिश्र,राकेश गुप्ता, सत्यम बाजपेयी, पूजा त्रिपाठी, डॉ अनीता जायसवाल, रवि गुलशन, अमरेंद्र सिंह चौहान, विकास सिंह समेत सैकड़ों श्रोता मौजूद रहे।सभी ने
जयंती पर लौहपुरुष को पुनः शत शत नमन कर पुष्पांजलि अर्पित की।
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