केराकत। तत्काथित पत्रकार चौथे स्तंभ की उड़ा रहे हैं धज्जियां

केराकत, जौनपुर। समाज का दर्पण कहे जाने वाले पत्रकारिता को चौथा स्तंभ माना जाता है। इसमें पत्रकारों की बड़ी अहम भूमिका होती है। वे हमेशा समाज को बुराइयों एवं भ्रष्ट प्रक्रिया को खिलाफ आवाज उठाकर जनता का भला करने के लिए सरकार तक से भिड़ जाते हैं। 

लेकिन अब कुछ ऐसे ऐसे पत्रकार बन गए हैं जो समाज का भला करने के बजाय उन्हें लूटने में जुटे हैं। उन्होंने पत्रकारिता को दलाली का माध्यम बना लिया है। दलाली के लिए वे मुखबिरी भी कर रहे हैं। चर्चा के मुताबिक पहले वे पुलिस को सूचना देकर पकड़वाते हैं उसके बाद उनसे पैसा लेकर छुड़वाते हैं। कुछ तो ऐसे पत्रकार भी हैं जिन्हें लिखना भी नहीं आता है और पत्रकारिता का धौंस जमाकर नेताओं एवं अधिकारियों को भ्रमित करते हैं एवं पत्रकारिता का रौब दिखाते हैं। अधिकारी सख्त होता है तो ऐसे लोग चाटुकारिता करने लगते हैं। केराकत कोतवाली सर्किल में ऐसे पत्रकारों की फौज बन गई है। वे संगठित होकर चौकी, थाना, कचहरी और तहसील में खुलेआम दलाली कर चौथे स्तंभ की धज्जियां उड़ा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ पत्रकारों द्वारा सुबह से शाम तक चौकी, थाना और तहसील में परिक्रमा करते हुए देखे जा सकते हैं। वे सीधे साधे पीड़ित व्यक्तियों की पैरवी के नाम पर उनका दोहन करते हैं। समय रहते यदि ऐसे दलाल पत्रकारों पर शिकंजा नहीं कसा गया तो निष्पक्ष पत्रकारिता से आम जन मानस में विश्वास खत्म हो जाएगा।

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