कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के प्रबोधिनी एकादशी को घर-घर शालिग्राम-तुलसी विवाह
मिर्जापुर। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के प्रबोधिनी एकादशी को घर-घर शालिग्राम-तुलसी विवाह खास कर अविवाहित युवतियों, किशोरियों ने धूम-धाम से किया। परंपरा के अनुसार कार्तिक मास में कतकी भोर में स्नान कर नियमपूर्वक तुलसी पूजन करने वाली महिलाएं, युवतियों के कतकी स्नान की पूर्णाहुति शालिग्राम-तुलसी विवाह से होता है। घरों में नियम पूर्वक प्रबोधिनी एकादशी व्रत रहकर शाम को शालिग्राम-तुलसी विवाह का आयोजन किया। भगवान विष्णु, माता तुलसी यानी तुलसी के पौधे का सिंदूर आदि से सोलहो श्रृंगार कर गन्ने आदि का विधि विधान से मंडप सजाया गया। देर शाम को ढोल की थाप पर मंगल गायान करते हुए विवाह की रश्में अदा की गईं।
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