जौनपुर। कार्यालय में धूल फांकते हैं समाधान दिवस के आवेदन
जौनपुर। एक ओर जहां शासन आम लोगों की समस्याओं को त्वरित गति से दूर करने के लिए तहसील दिवस और समाधान दिवस का आयोजन कर रहा है वहीं अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण सरकार की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है। इसे महज खाना पूर्ति बनाया जा रहा है। हालत यह है कि समाधान दिवस के आवेदन कई दिन तक तहसील के कार्यालयों में पड़ा धूल फांकता रहता है और पीड़ित थानों और सम्बन्धित अधिकारियो के यहां गणेश परिक्रमा के लिए विवश हो रहे हैं और उनके हाथ निराशा ही लग रही है।
बताया गया कि विगत शनिवार को सदर तहसील का समाधान दिवस प्रेक्षागृह में आयोजित किया गया, जहां सक्षम अधिकारियों द्वारा अनेक महत्वपूर्ण मामलों में लिखित निर्देष दिया गया। इसके बाद पीड़ित कोतवाली और अन्य कार्यालयों में अपने समस्या निदान के लिए दौड़ लगाने लगे। रविवार, सोमवार, मंगलवार तथा बुधवार को भी आवेदन उपजिलाधिकारी कार्यालय में धूल फाकता रहा और कर्मचारी बताते रहें कि पैरोकार ओवदन ले गया। कई लोग कोतवाली से लौट कर जब सदर तहसील में छानबीन किया तो पता चला कि आवेदन अभी कोई ले नहीं गया है। इस लापरवाह पूर्ण कार्यप्रणाली से पता चलता है कि शासन के प्राथमिकता वाले दिवस पर तहसील प्रशासन का यह रवैया अनुचित है। ओवदन पत्र भेजने में विलम्ब करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ पीड़ितों ने कार्यवाही की मांग किया है।
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