मौसम में हो रहे परिवर्तन मच्छरों के पनपने की अनुकूल परिस्थिति है। जिसके कारण मच्छरजनित बीमारियाँ जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी बीमारियाँ पैर पसार रही हैं |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह ने कहा कि डेंगू से बचाव हेतु अपने घरों व घर के आसपास जलभराव न होने दें,साफ सफाई रखें, झाड़ियों को नियमित रूप से काटते रहें, घर में नारियल के खोल, टूटे टायर, गमलों और फ्रिज की प्लेटों में पानी इकट्ठा न होने दें, नियमित रूप से पानी बदलें | डेंगू का मच्छर साफ और यहाँ तक की एक चम्मच पानी में भी पनप सकता है |
उन्होंने बताया कि सुबह और शाम फुल आस्तीन की कमीज तथा फुल पैंट या पैजामा पहने जिससे मच्छरों से बचाव किया जा सके।
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी डीएस अस्थाना ने बताया कि सोने के लिए मच्छरदानी , मच्छररोधी क्रीम का उपयोग करें या हाथों पैरों और चेहरे पर सरसों का तेल लगाएं |घर के दरवाज़े और खिड़कियों पर जाली लगवाएं |
बिना चिकित्सक की सलाह के इलाज न करें किसी भी प्रकार का बुखार होने पर लापरवाही न बरतें तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जा कर जांच और निःशुल्क इलाज करवाएं।
डेंगू होने पर अधिक से अधिक पानी पीएं, तरल आहार जैसे नारियल पानी, सूप, फलों के रस का सेवन करें | पौष्टिक भोजन करें, आराम करें, डाक्टर की सलाह पर दवाओं का सेवन करें और प्लेटलेट्स पर नजर रखें |
यदि सात दिनों तक 100.4 डिग्री फ़ारेनहाइट या उससे अधिक बुखार हो और साथ में सिर में दर्द, जोड़ों में दर्द, शरीर पर चकत्ते, रक्तस्राव, उल्टी, आँखों के पीछे दर्द, जी मिचलाना मांसपेशियों में दर्द जैसे कोई लक्षण दिखाई दें तो शीघ्र चिकित्सक से संपर्क करें |यह डेंगू के लक्षण हैं |
जनपद में अप्रैल 22 से अब तक 81 व्यक्ति डेंगू से संक्रमित पाए गए हैं।
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