मथुरा।।
कोसीकलां, नंदबाबा के गोपभवन की सेवायत घनिष्ठा सखी जू के ग्राम धमसिंगा स्थित श्रीगोपकुमार गौशाला में   चल रहे सप्त दिवसीय गोपाष्टमी महामहोत्सव का समापन गोपाष्टमी के पावन दिवस पर गौ-पूजन, संत आशीर्वचन व विशाल भंडारे के साथ हो गया है।इसके साथ ही संत रामदास महाराज के द्वारा कही जा रही श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ की भी पूर्णाहुति अत्यंत श्रद्धा व धूमधाम से संपन्न हुई। महोत्सव के अंतर्गत प्रख्यात रासाचार्य स्वामी फतेह कृष्ण शर्मा के निर्देशन में गौचारण लीला का अत्यंत मनोहारी मंचन किया गया।जिसमें गोपाष्टमी पर्व की महिमा का बखान किया गया।
प्रख्यात संत व विदुषी मां बृजदेवी ने कहा कि द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी बाल्यावस्था में कार्तिक शुक्ल अष्टमी के ही दिन से गौचारण प्रारम्भ किया था।तभी से इस दिन गोपाष्टमी का महापर्व मनाया जाता है।गौमाता में समस्त देवी देवताओं का वास है।गाय की पूजा व सेवा करने से समस्त देवता प्रसन्न हो जाते हैं।साथ ही मनोवांछित फल प्रदान करते हैं।
वरिष्ठ साहित्यकार डॉ गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण को गौ,विप्र,संत अत्यधिक प्रिय हैं।इन्हीं की रक्षा व पालन-पोषण के लिए ही पृथ्वी पर उनका अवतार हुआ था।गौचारण लीला के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण ने सम्पूर्ण विश्व को गौमाता की महिमा बताई।इसीलिए उनका एक नाम गोपाल पड़ा।
महामहोत्सव में उत्तर प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, संत प्रेमधन लालन महाराज,श्रीराधा कृपा रासलीला संस्थान के महा सचिव पंडित राधाकांत शर्मा, अलका शर्मा, सीताराम प्रधान, ग्राम प्रधान श्रीमती मंजू देवी, डॉ. हरे कृष्ण शर्मा शरद, डॉ. प्रभुदयाल शर्मा, दिव्यांशु शर्मा,धर्मवीर शर्मा,कृष्णांशु शर्मा,हरिओम सेठ राजाराम शर्मा,प्रमुख समाजसेवी रवि शर्मा,श्रीमती चंद्रवती, गोविंद शर्मा, पूर्व चेयरमैन रौशनलाल सौकिया, सुश्री सुप्रिया शर्मा, हितराम लंबरदार, बालकृष्ण आड़तिया, विष्णु दत्त, डॉ. जगदीश जिंदल, रमेश बिजली वाले, मोहन आड़तिया आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

राजकुमार गुप्ता 

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