संवादाता:- राम कुमार यादव
पराली प्रबन्धन पर आयोजित हुई जागरूकता गोष्ठी,
किसानों को फसल अवशेष प्रबन्धन के बारे में दी गयी जानकारी,
कक्षा 04 की छात्रा वन्दना शर्मा ने डीएम व एसपी को चित्र भेट किया तथा कविता भी सुनाया जिस पर डीएम ने छात्रा को ईनाम देकर पुरस्कृत किया
बहराइच रुपईडीहा थाना क्षेत्र के चिकानिया चौकी क्षेत्र में जिलाधिकारी डा० दिनेश चन्द्र की अध्यक्षता में प्रमोशन आफ एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन इन सीटू मैनेजमेन्ट आफ क्राप रेजीड्यू योजनान्तर्गत जनपद में किसानों द्वारा पराली फसल अवशेष जलाने की घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने के दृष्टिग्त किसानों को जागरूक करने के उद्देश्य से अधिक मात्रा में धान की फसल उगाये जाने वाले जिले के सीमावर्ती क्षेत्र विकास खण्ड मिहिंपुरवा के ग्राम पंचायत रायबोझा चिकनिया में जनपद स्तरीय कृषक जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी डॉ चन्द्र द्वारा उपस्थित किसानों को बताया गया कि शासन द्वारा पराली जलाना प्रतिबन्धित कर दिया गया है। यदि कोई कृषक पराली जलाता हुआ पाया जाता है तो उसके ऊपर पर्यावर्णीय क्षतिपूर्ति का रोपण कर उसकी वसूली की जायेगी। डीएम ने यह भी बताया कि 01 एकड़ से 02 एकड़ तक पराली जलाने पर रू0 2500 /- का जुर्माना, 02 एकड़ से 05 एकड़ तक रू0 5000/- एवं 05 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल पर रू0 15000/- का जुर्माना लगाया जायेगा।
डा० चन्द्र ने उपस्थित किसानों को बताया कि पराली फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है। साथ ही भूमि की उर्वरा शक्ति तथा लाभदायक जीवाणु नष्ट हो जाते है तथा आस-पास आग लगने की संभावना बनी रहती है, जिससे जन एवं धन की अपार क्षति होती है। उन्होंने किसानों सुझाव दिया कि पराली फसल अवशेषों को जलाये नहीं जुताई कर खेतों में मिलाकर कम्पोस्ट बना लें, इससे भूमि की उर्वरा शक्ति में वृद्धि होगी तथा फसल का उत्पादन भी बढ़ेगा।डीएम ने बताया कि सभी उप जिलाधिकारियों तहसीलदारों, राजस्व लेखपालों तथा कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों अधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर रात्रि चौपाल लगाकर किसानों को जागरुक कर पराली फसल अवशेष जलाने से किसानों को रोकने का कार्य किये जाय। साथ ही जिला पंचायतराज अधिकारी व मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को भी निर्देश दिये गये है कि ग्राम प्रधानों के सहयोग से अधिक से अधिक पराली, फसल अवशेष जनपद की गौ-शालाओं को भिजवायें। गोष्ठी में उप निदेशक कृषि टी०पी० शाही, कृषि वैज्ञानिक डा० के०एम० सिंह व डा० सूर्यबली सिंह द्वारा भी पराली प्रबन्धन के लिए इन सीटू मैनेजमेन्ट की जानकारी प्रदान कर आगामी रबी फसलों की बुवाई की जानकारी दी गयी। जबकि जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार ने वर्तमान रबी फसलों के बीज एवं खाद्य की उपलब्धता के सम्बन्ध में बताया गया।
कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी, उप निदेशक कृषि टी०पी० शाही, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार, जिला कृषि रक्षा अधिकारी प्रिया नन्दा, उपसंभागीय कृषि प्रसार अधिकारी उदय शंकर सिंह, कृषि विज्ञान केन्द्र नानपारा के प्रभारी डॉ के. राना व अन्य कृषि वैज्ञानिकों प्रगतिशील किसानों को पराली न जलाने की शपथ दिलायी तथा बेलर से फसल अवशेष, पराली के गट्ठर बनाने का प्रदर्शन कराकर कृषकों को दिखाया भी गया। जिलाधिकारी द्वारा पुलिस अधीक्षक व अन्य अधिकारियों के साथ 110 किसानों को बीज मिनीकिट तथा हरा चारा प्रबन्धन हेतु 20 किसानों को नैपियर घास बीज का वितरण किया गया। गुरुनाम सिंह, प्रक्षेत्र पर नैपियर घास की रोपाई/प्रदर्शन कराया गया। ग्राम बिलासपुर की कम्पोजिट विद्यालय भूधरगांव नवाबगंज के कक्षा 04 की छात्रा वंदना कुमारी शर्मा ने डीएम व एसपी को सरदार वल्लभ भाई पटेल का चित्र भेट किया तथा कविता भी सुनाया। जिसपर जिलाधिकारी ने छात्रा को पुरस्कृत करते हुए उज्जवल भविष्य की कामना भी की। कार्यक्रम में डीएम व एसपी द्वारा विस्कुट का भी वितरण किया गया।
इस अवसर पर अवर अभियन्ता कृषि नितिन कुमार मौर्य, प्रभारी राजकीय कृषि बीज भण्डार नानपारा अमर सिंह, प्रभारी राजकीय कृषि बीज भण्डार नानपारा अरविन्द मिश्रा, ग्राम प्रधान रायबोझा शब्बीर, ग्राम प्रधान चिकनिया गुलाब चन्द्र, ग्राम प्रधान अडगोड़वा भगौती प्रसाद एवं ग्राम प्रधान भगवानपुरकुर्मियाना अमीर अली सहित कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारी व बड़ी संख्या में कृषक मौजूद रहे।
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