पांच सिपाहियों के निलम्बित करने की मांग तहसील लेखपाल संघ उतरौला एक सप्ताह से हड़ताल कर रहा है। प्रशासन द्वारा पांचों पुलिस कर्मियों को निलंबित नहीं किया है। इस पर तहसील लेखपाल संघ उतरौला की मांगों के समर्थन में तीनों तहसील के लेखपाल आ ग ए है। तहसील लेखपाल संघ उतरौला के समर्थन में तीनों तहसील के लेखपालों ने गुरुवार से कलमबंद हड़ताल शुरू कर दी है।
लेखपाल संघ उतरौला व पुलिस कर्मियों के बीच तेरह अक्तूबर की रात में हुए विवाद शुरू हो गया। लेखपालों का आरोप है कि उन्हें आरक्षी आवास में रह रहे पुलिस कर्मियों ने उनकी जमकर पिटाई कर दी। किसी तरह एसडीएम उतरौला संतोष कुमार ओझा को खबर मिलने पर वह कोतवाली उतरौला आए और पुलिस हिरासत से लेखपालों को छुड़वाया।
इसके बाद तहसील उतरौला के लेखपाल दोषी पुलिस कर्मियों के निलम्बित करने की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए। लेखपालों की हड़ताल पर एएसपी ने पांच पुलिस कर्मियों बृजेश यादव, अरविंद यादव,प्रशान्त शर्मा,आशीष विश्वकर्मा,अनुराग को लाइन हाजिर कर दिया। इससे भी लेखपाल संतुष्ट नहीं हुए। लेखपाल पांचों पुलिस कर्मियों के निलम्बित की मांग पर अंडे रहे। पुलिस प्रशासन द्वारा लेखपालों की मांगों को पूरा न करने पर लेखपालों की हड़ताल जिले में फैलती जा रही है। उनके मांगों के समर्थन में तीनों तहसील के लेखपाल आ ग ए। बलरामपुर व तुलसीपुर तहसील के लेखपाल तहसील लेखपाल संघ उतरौला के मांगों के समर्थन में काली पट्टी बाधकर अपना विरोध दर्ज करा रहे थे। उसके बाद लेखपालों की मांग पूरी न होने पर पूरे जिले के लेखपालों ने गुरुवार से कलमबंद हड़ताल शुरू कर दी।
जिला भर के लेखपालों की हड़ताल से बाढ राहत कार्य में व्यवधान हो गया है वहीं तमाम वादकारी कचहरी आकर वापस घर लौट रहे हैं। लेखपाल संघ उतरौला अध्यक्ष बृजेश सिंह ने बताया कि लेखपालों की मागो को पूरा न करने पर हड़ताल जिले तक फ़ैल गई है। उसके बाद मांग पूरा न होने पर मण्डल व प्रदेश स्तर पर लेखपालों की हड़ताल होंगी।
असगर अली
उतरौला
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