गोण्डा//जनपद के रुपईडीह ब्लॉक के कई ग्रामसभाएं तीन दिन की बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात से जूझ रहे हैं।
लखनऊ को जोड़ने वाले आर्यनगर बलरामपुर मार्ग के बिसुही नदी में आए बाढ़ से इसके आस पास के गांव प्रभावित हैं।
साथ ही बाढ़ के चपेट में लगभग एक दर्जन गांव प्रभावित हैं  इसी ब्लॉक के सेवरहा ग्राम पंचायत से लगे लगभग ढाई हजार बीघा खेत की फसल बाढ़ के पानी से पूरी तरह प्रभावित हैं।
सेवरहा के उत्तर दिशा के ढाई बीघा उपजाऊ फसल जिसमे धान की फसल लहलहा रही थी अब पूरी तरह जलमग्न है। एकाएक आए बाढ़ के पानी से किसानों की उम्मीदों पर तुषारापात हो गया है ।
धान और गेंहू  इस क्षेत्र की मुख्य फसल होती रही है । धान के रोपाई के शुरुवात  मौसम में मौसम की बेरुखी से किसान बेहाल थे ।किसी तरह बियाड़ के बोने के बाद आधे मन से रोपाई का कार्य किया था।धान रोपाई के दौरान वर्षा न होने के कारण किसानों को डीजल जलाकर धान को आधे मन से बारिश की आस में रोपाई किया गया था लेकिन किसानों की फसल के अनुसार बारिश न होने से फिर से डीजल जलाकर धान की फसल को बचाया गया था ।
ऐसे तैसे किसानों ने धान की फसल को सींच कर बड़ा किया था सूखा होने के बावजूद किसानों की फसल काफी बेहतर लगी हुई थी। अब किसान धान की फसल की कटाई का प्रबंध कर ही रहे थे की अक्टूबर माह के शुरुवाती सप्ताह में लगातार हुए अनियंत्रित बारिश ने किसानों की उम्मीदों को बुरी तरह धो डाला है।
खरगूपुर क्षेत्र से निकलने वाला पानी एक नाले के माध्यम से सेवरहा होते हुए कुवानो नदी में गिरता है। अब इस नाले में इतना अधिक पानी आ गया की नाले में नही समा सका और था पानी सेवरहा से लगे इस ढाई हजार बीघे खेत की फसल में जाकर भर गया है।जिससे लगी हुई पकी फसल पूरी तरह जलमग्न हो गई।
यही नहीं इस नाले से आने वाले पानी के ज्यादा बहाव से गांवों में भी पानी घुस आया है। 
किसान फौजदार तिवारी,मुकेश,जमाल ,मितेश ,अकबाल, गोबरे,मंसूर,मंजूर,बजरंगी,शेष कुमार शुक्ल,विनय कुमार शुक्ल, जमाल,बेंचू दयाल शुक्ल,सरोज शुक्ल, अंगद प्रसाद,लूले, सुरेश तिवारी, महाराजदत्त, भरतलाल, मेवालाल,संदीप,काजू,अमरनाथ तिवारी, भुलई,जल्लू,सगीर,बाबू,भुल्लू नाई,मिट्ठू शाह,सुखदेव बढ़ई,मुस्तफा, मोहम्मद शाह,नासिर दादा,कलीम शाह, चोटकऊ शाह,रमाशंकर,धनलाल, डाक्टर,बब्बू पठान, सन्नु पासवान,राजेंद्र शुक्ल वैद सहित सैकड़ों लोगों ने कहा है की अब इस बाढ़ के प्रकोप से हम सबको न तो भोजन मिलने वाला है न ही हमारे जानवरो के लिए चारे की ही बेवस्था हो सकेगी।क्योंकि सब कुछ बाढ़ के कारण बरबादी के कगार पर है।

प्रशांत मिश्र बिक्कू
हिंदी संवाद न्यूज 
     गोण्डा 



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