उतरौला तहसील क्षेत्र के बजाज पावर हाउस (बिजली घर) इटई मैदा में बाढ़ का पानी घुसने से उतरौला नगर सहित सभी गांवों की आपूर्ति पिछले 8 दिनों से ठप हो गई है।जिससे लाखों की आबादी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बिजली ना होने से लोगों के घरों के टंकियों में पानी खत्म हो चुका है।
टीवी, फ्रिज, पखां, एसी, कूलर, वाशिंग मशीन मिक्सर समेत सभी इलेक्ट्रिक उपकरण बेकार पड़े हैं। हालत यह है कि कई दिनों से लोगों के मोबाइल तक चार्ज नहीं हो पा रहे हैं।
मोबाइल चार्ज होने के कारण लोगों का एक दूसरे से संपर्क कट गया है। काशीराम कालोनी की निवासी मोहरमा बताती हैं कि बिजली न होने से पानी की टंकी खाली पड़ी है मजबूरी वश नीचे लगे हैंडपप से बाल्टी से तीसरे फ्लोर पर ले जाना पड़ता है।
मोहम्मद हारून बताते हैं कि एक हफ्ते से बिजली न आने से आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ गई हैं ई रिक्शा चालक भी भाड़े किराये में वृध्दि कर दिए हैं जनरेटर के माध्यम से चार्जिंग कर किसी तरह काम चला रहे हैं।लोकतंत्र सेनानी चौधरी इरशाद अहमद गद्दी बताते हैं कि उतरौला के आवाम को इस बार बाढ़ की त्रास्दी झैलने के साथ साथ बिजली की समस्या ने लोगों की और दुश्वारियां बढ़ा दी है।तहसील में खतौनी नहीं निकल पा रही है। जो बच्चे कम्प्यूटर का कोर्स कर रहे हैं उनकी पढ़ाई नहीं हो पा रही है। मोहल्ला पटेल नग निवासी हसमत अली बताते हैं कि बिजली न आने से कुछ लोग आपदा मेंअवसर तलाशने लगे हैं बिजली न आने पर अपने घरों में रोशनी करने के लिए मोमबत्ती खरीदारी करने गया तो दुकानदार ने उसकी कीमत पहले से बढ़ा दी है यहां तक कि मोबाइल चार्ज करने की कीमत 40 से 50 रूपये कर दिए हैं बिजली की किल्लत ने सारी मुसीबत बढ़ा दी है।समाजसेवी एजाज मलिक ने कहा कि अब तक क्षेत्र मे अनगिनत बार बाढ़ आई लेकिन कभी भी इतने दिनो तक बिजली गुल नही हुई। हमेशा बाढ़ आने पर वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए बिजली बहाल कर दी जाती थी। बिजली विभाग को चाहिए कि हर साल बाढ़ से पूर्व वैकल्पिक व्यवस्था बना कर रखे।
असगर अली
उतरौला
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