लखनऊ :-
राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय एवं केन्द्रीय लोक शिकायत एवं जाँच संस्थान एवं पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री सुरेश चंद दुबे से सभी पदाधिकारियों बैठक में हुई चर्चा मैं केन्द्रीय पत्रकार हेल्प एसोसिएशन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री एवं सच की आवाज न्यूज़ चैनल से प्रधान संपादक अनीस अंसारी, सह संपादक अनिल कुमार रावत, उत्तर प्रदेश क्राइम ब्यूरो ओ पी गौतम, वरिष्ठ पत्रकार राम किशोर गौतम, मुंबई एवं महाराष्ट्र अबू आजमी, जिला शामली मौलाना खालिद साहब , विषय पत्रकारों के साथ हो रहे अत्याचार व पत्रकारों की हत्या पत्रकारों पर संगीन धाराओं में 376 354 व पत्रकारों फर्जी रंगदारी जैसे मुकदमे लाद दिए जाते हैं दबंग गुंडे माफिया भ्रष्टाचारी नेता भ्रष्टाचारी पुलिस कर्मियों की मिलीभगत से फर्जी मुकदमे लाद दिए जाते हैं पत्रकारों पर सच्चाई उजागर करने को लेकर व पत्रकारों का बीमा पत्रकारों के परिवार को दुर्घटना पर एक करोड़ की सहायता राशि परिवार के सदस्य में एक को सरकारी नौकरी पत्रकारों को महीने की सैलरी 15000 वेतन पत्रकारों को सरकार की तरफ से सरकारी योजना में हर पत्रकार को एक मकान दिया जाए पत्रकारों पर पुलिस प्रशासन के द्वारा अभद्र व्यवहार और पत्रकारों पर झूठे मुकदमों पर रोक लगाने एवं पत्रकारों के ऊपर उत्तर प्रदेश में जितने भी फर्जी मुकदमे लगे हैं उच्च स्तरीय जांच कराकर सारे मुकदमे वापस लिए जाएं पत्रकारों को मान सम्मान के साथ रिहा किया जाए जो पत्रकार दोषी हैं उन पर कठोर कार्रवाई की जाए निर्दोष पत्रकारों को रिहा कराने के साथ - साथ पत्रकारों को उचित सुविधाएं मुहैया कराने के बारे में एवं बिना मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए भारत सरकार उत्तर प्रदेश सरकार नए कानून को पास करने की कृपा करें पत्रकार भारत मां की आंख है पत्रकार भारत की कलम है पत्रकार भारत की रीढ़ की हड्डी है पत्रकार भारत का चौथा स्थान है लोकतंत्र की सुरक्षा की भारत सरकार उत्तर प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है सरकार इस पर ध्यान दें और केन्द्रीय पत्रकार हेल्प एसोसिएशन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री अनीस अंसारी आपका ध्यान आकर्षित कराना चाहते हैं की आज पत्रकारों के साथ बहुत ही दुर्व्यवहार हो रहा हैं। आए दिन पत्रकारों को कभी गुंडों द्वारा कभी पुलिस द्वारा तो कभी जान बुझकर पत्रकारों पर झूठा मुकदमा दायर किया जाता है। जैसा कि आप जानते हैं पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता हैं। जिसमें पत्रकार अपनी जान की परवाह ना करते हुए बिना किसी लालच के पब्लिक को न्याय दिलाने के लिए तपती दोपहरी में भी पत्रकार कवरेज करता है और उसी दौरान कई बार उसके साथ बहुत ही अभद्र व्यवहार किया जाता हैं। कभी पुलिस प्रशासन द्वारा कभी निजी गुंडों के द्वारा तो कभी बिना वजह के उन पर झूठे मुकदमे लाद दिए जाते हैं कभी कभी तो पत्रकार को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ता है जैसा की कई पत्रकारों के साथ हो चुका हैं। आज पत्रकारों की बहुत ही दयनीय स्थिति हैं पत्रकारों के पास पत्रकारिता के अलावा अपने घर चलाने के लिए कोई और साधन नही हैं। आप से प्रार्थना हैं की पत्रकारों के साथ अगर कोई घटना घटती है तो उन के लिए अलग से कोटा रिजर्व किया जाए ताकि उन के परिवार के आर्थिक रूप से मदद की जाए केन्द्रीय पत्रकार हेल्प एसोसिएशन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री अनीस अंसारी आप से उम्मीद करते हैं कि आप पत्रकारों की दयनीय स्थिति के बारे में आप जरूर ध्यान दे।

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