फसल अवशेष प्रबंधन के संबंध में कंबाइन हार्वेस्टर टीम मालिकों के साथ डीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक 


          गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरो
 अंबेडकर नगर 20 अक्टूबर 2022। प्रमोशन आफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन फॉर इन सीटू मैनेजमेंट ऑफ  क्रॉप रेजिडयू योजना अंतर्गत फसल अवशेष प्रबंधन के संबंध में जनपद के कंबाइन हार्वेस्टर मालिकों के साथ जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई । बैठक में कंबाइन हार्वेस्टर मालिकों को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक दशा में अपनी मशीन का संचालन सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम अथवा स्ट्रा रीपर अथवा स्टार रेक या बेलर अथवा अन्य फसल अवशेष प्रबंधन यंत्रों के साथ ही चलाएं। इनके बगैर कंबाइन हार्वेस्टर का संचालन करते हुए पाए जाने पर मशीन को तत्काल सीज कर दिया जाएगा एवं कंबाइन मालिक के स्वयं के खर्चे पर सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम लगवा कर ही छोड़ा जाएगा।कृषि विभाग या ग्राम विकास विभाग का उनकी देखरेख में ही कटाई का कार्य कराया जाएगा। किसान भाइयों को सूचित करना है कि  पराली जलाने की घटनाएं होने पर माननीय राष्ट्रीय हरित अधिकरण द्वारा पर्यावरण को हो रही क्षतिपूर्ति की वसूली के निर्देश दिए गए है । इसमें 2 एकड़ से कम क्षेत्र के लिए  2500 रुपए, दो से 5 एकड़ क्षेत्र के लिए ₹5000 तथा 5 एकड़ से अधिक क्षेत्र के लिए ₹15000 तक पर्यावरण कंपनसेशन की वसूली के निर्देश हैं। 

जनपद में निराश्रित पशुओं के संरक्षण हेतु स्थापित गौशालाओं पराली को किसान भाई दान कर सकते हैं। साथ ही पराली दो खाद लोग कार्यक्रम कार्यक्रम का जनपद में संचालन किया जा रहा है जिसमें किसान भाई दो ट्राली पराली के बदले एक ट्राली खाद गौशाला से पा सकते हैं।किसान भाइयों के खेत में बचने वाले फसल अवशेष को तेजी से सड़ाने के लिए कृषि विभाग की तरफ से आईएआरआई पूसा नई दिल्ली से विकसित वेस्ट डी कंपोजर/फसल अवशेष/कचरा अपघटक  निशुल्क वितरित किया जाएगा । किसान भाई अपने आगामी फसल गेहूं की बुवाई हेतु सुपर सीडर यंत्र का प्रयोग कर सकते हैं। जो फसल अवशेष वाले खेत में भी गेहूं की बुवाई  सुगमता पूर्वक  कर देती है।

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