वृन्दावन। बिहारीपुरा स्थित ठाकुर सनेह बिहारी मंदिर में श्रीराधा सनेह बिहारी सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में निकुंजवासी आचार्य अतुल कृष्ण गोस्वामी महाराज का द्वितीय निकुंज प्रवेशोत्सव ब्रज के प्रसिद्ध संतो, विप्रों एवं धर्माचार्यों आदि के सानिध्य में श्रद्धाभाव से मनाया गया।जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली विभूतियों का ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य करनकृष्ण गोस्वामी महाराज के द्वारा सम्मान किया गया।
महोत्सव के अंतर्गत चिकित्सा के क्षेत्र में डॉ. श्रॉफ चैरिटी आई हॉस्पिटल के प्रशासक कैप्टन राजीव मिश्रा,साहित्य व पत्रकारिता के क्षेत्र में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी,विप्र सेवा के क्षेत्र में पंडित जुगेंद्र भारद्वाज,समाजसेवा के क्षेत्र में मथुरा-वृन्दावन के उप सभापति पंडित राधाकृष्ण पाठक, पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ व सांसद प्रतिनिधि पंडित जनार्दन शर्मा,अध्यात्म के क्षेत्र में महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. आदित्यनंद महाराज, गोवर्धन के आचार्य रामनिवास गुरुजी व आचार्य रामविलास चतुर्वेदी,चित्रकारी के क्षेत्र में चित्रकार द्वारिका आनंद,विधिक सहायता के क्षेत्र में एडवोकेट मदन मोहन अग्रवाल आदि को "गोस्वामी अतुल स्मृति सम्मान" से अलंकृत किया गया।साथ ही उन्हें प्रशस्ति पत्र,शॉल, ठाकुरजी का पटुका प्रसादी माला आदि भेंट किया गया।
धर्मरत्न स्वामी बलरामाचार्य महाराज व महामंडलेश्वर कृष्णानंद महाराज ने कहा कि निकुंजवासी आचार्य अतुलकृष्ण गोस्वामी विप्र समाज के गौरव थे।उन्होंने धर्म व अध्यात्म के अलावा समाजसेवा के क्षेत्र में भी बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
प्रख्यात भागवताचार्य डॉ. मनोज मोहन शास्त्री व वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि निकुंजवासी अतुलकृष्ण गोस्वामी ने अपने नाम को सार्थक करते हुए अतुलनीय कार्य किए।उन्होंने ब्राह्मण समाज के लिए ब्राह्मण सम्मेलन,परशुराम शोभायात्रा, विप्र महाकुंभ एवं ठाकुर बांके बिहारी महाराज का देश-विदेश में प्रचार-प्रसार कर श्रीधाम वृन्दावन को गौरांवित किया।
इस अवसर पर पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ व युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा ने कहा कि अतुल कृष्ण गोस्वामी ने गौसेवा,समाजसेवा एवं ब्रज की सेवा में अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित किया।वे बिना जाति भेद किए सभी की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहते थे।
इस अवसर आचार्य रमाकांत गोस्वामी,पंडित वीरपाल मिश्र,प्रदीप गोस्वामी विंदुजी,पंडित जगदीश सुपानिया, यदुनंदनाचार्य महाराज, वेदांत आचार्य,ब्रजवासी जगद्गुरु कृष्ण कन्हैया पदरेणु,अरविंद गोस्वामी,पंडित बिहारीलाल शास्त्री, ईश्वरचंद्र रावत,कृष्ण मुरारी शर्मा,विष्णुदत्त शर्मा,आनंद कृष्ण महाराज आदि की उपस्थिति विशेष रही।संचालन पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ व आचार्य रामविलास चतुर्वेदी ने संयुक्त रूप से किया।धन्यवाद ज्ञापन संयोजक आचार्य करन कृष्ण गोस्वामी ने किया।
राजकुमार गुप्ता
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know