*लखनऊ समेत यूपी के कई जिलों में डेंगू का दंश, केंद्र सरकार ने भेजे हेल्थ एक्सपर्ट*

उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में इन दिनों डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. हालात को देखते हुए केंद्र सरकार ने 6 सदस्यों वाली टीम विभिन्न जिलों में भेज दी है.
प्रीतम शुक्ला/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में डेंगू तेजी से पैर पसार रहा है. दिल्ली केन्द्र ने डेंगू से निपटने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट की उच्च स्तरीय टीम उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद, आगरा और इटावा रवाना की. उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद, आगरा और इटावा में डेंगू के हालात खराब हो गए हैं. केस में लगातार इजाफा हो रहा है. इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने 6 सदस्यीय टीम इन तीनों जगहों पर रवाना किया. ये केंद्र सरकार की एक्सपर्ट टीम है जो उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों के साथ डेंगू से निपटने में सहायता करेगी. पिछले साल भी इन इलाकों में डेंगू से हालात बिगड़ गए थे जिससे कई लोगों की जान गई थी.राजधानी लखनऊ में डेंगू के 106 मरीज अभी तक अस्पतालों में भर्ती हो चुके हैं. हर दिन यह आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. 

डिप्टी सीएम ने दिए निर्देश

हालांकि डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग को जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं. अस्पतालों में अलग से वार्ड भी बना दिए गए हैं जो कि अभी से भरना शुरू हो गए हैं. ऐसे में सवाल यह है कि अगर केसेस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं तो कहीं एक बार फिर से अव्यवस्थाओं का दंश ना झेलना पड़े. राजधानी के श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में डेंगू मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर एनबी सिंह ने बताया कि डेंगू के मरीज जरुर बढ़ रहे हैं लेकिन लेकिन रिकवरी रेट भी अच्छा है. 10 से 15 प्रतिशत मरीजों में ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत पड़ रही है. लोगों को सावधान रहने की जरूरत है. मौसम में बदलाव के चलते केसेस बढ़ रहे हैं लेकिन जल्दी राहत होगी.

अमरोहा में भी हालत चिंताजनक

अमरोहा जनपद की तहसील
 नौगांवा सादात क्षेत्र के गांव धनौरी मीर में बुखार कहर बरपा रहा है. यहां हर घर में बुखार के मरीज हैं. गांव में मच्छर का प्रकोप बढ़ गया है. इस गांव का आलम यह है कि बच्चे, बुजुर्ग और युवाओं सैकड़ों लोग बुखार की चपेट में हैं. ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. कई बार शिकायत करने के बाद भी सरकारी अस्पतालों से डॉक्टरों की टीम गांव नहीं पहुंची.

लोगों की प्लेटलेट्स गिर रहे हैं. ऐसे में लोगों को मेरठ और मुरादाबाद उपचार के लिए जाना पड़ रहा है. आरोप है कि गांव में न तो फागिंग कराई गई है और नहीं एंटी लारवा छिड़काव कराए गए हैं. प्राइवेट अस्पतालों में प्लेटलेट गिरने पर डॉक्टर डेंगू होना बता रहे हैं. करीब छह से अधिक लोग मेरठ में भर्ती हैं, जबकि सात से अधिक लोग मुरादाबाद और अमरोहा में भर्ती हैं. इसके अलावा भी पूरा गांव बुखार से पीड़ित है. कई ग्रामीण गांव में स्थानीय झोलाछाप से ड्रिप लगवाने को मजबूर हैं.लेकिन जिम्मेदार गांव में आकर मरीजों की हालत देखने को तैयार नहीं हैं.

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