जौनपुर। पूर्व में दिये गये मांगों पर जिला प्रशासन आखिर क्यों नहीं है गम्भीर - श्रवण जायसवाल
डेंगू महामारी के रोकथाम को लेकर अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल हुआ गम्भीर, साथ ही नगर मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपते हुये व्यापारियों ने कहा- शीघ्र किया जाए समाधान-
जौनपुर। वर्तमान समय में डेंगू रूपी फैली महामारी से लगातार हो रही मौत को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा आम जनमानस के प्रति बरती जा रही उदासीनता को लेकर अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल आक्रोशित हुआ।
बताते चलें की एक सप्ताह पहले जिलाधिकारी मनीष वर्मा को दिये गये 10 सूत्रीय ज्ञापन पर अभी तक कोई विचार न करने से आक्रोशित व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष श्रवण जायसवाल के नेतृत्व में शुक्रवार को जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद रहे नगर मजिस्ट्रेट देवेन्द्र सिंह को ज्ञापन सौंपा गया।प्रतिनिधिमण्डल का नेतृत्व करते हुए श्री जायसवाल ने कहा कि पूर्व में जिलाधिकारी से व्यापारियों का प्रतिनिधिमण्डल मिला था। साथ ही डेंगू के विकराल रूप को देखते हुये 10 सूत्रीय ज्ञापन सौंपते हुए उसके रोकथाम हेतु चर्चा करते हुए लोगों की समस्याओं से अवगत कराया गया था। परन्तु जिला प्रशासन लगातार ढुलमुल रवैया अपनाया हुआ है जिसके चलते आम जनमानस परेशान हाल में हैं। घोर अमानवीय एवं अव्यवहारिक संवेदन शून्य रवैये को देखते हुए व्यापार मण्डल धरना-प्रदर्शन को हुआ बाध्य। उन्होंने कहा कि 10 सूत्रीय मांगों पर अभी तक न विचार किया गया और न ही व्यापार मण्डल सहित अन्य समाजसेवी संस्थाओं से कोई सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास किया गया। श्री जायसवाल ने कहा कि उक्त महामारी से निपटने हेतु किसी प्रकार का संवाद स्थापित नहीं किया गया और आम जनमानस के इस कठिन समय में संवेदनहीनता दिखायी गयी तो बीमारी से हो रही लोगों की मौत का जिम्मेदार जिला प्रशासन होगा। ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमण्डल में अमरनाथ मोदनवाल, आशुतोष जायसवाल, संजीव साहू, निजामुद्दीन अंसारी, जीशान खां, इरफान मंसूरी, शशि श्रीवास्तव, धर्मेन्द्र सोनकर, पवन जायसवाल, कृष्ण कुमार यादव, अमर बहादुर सेठ, देवेन्द्र यादव, राकेश खरवार, राशिद खान, प्रवीण यादव, अमित निगम सहित समस्त व्यापारीगण मौजूद रहे।
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