अयोध्या दीपोत्सव 2022 में 15 लाख 76 हजार दीपों का प्रज्जवलन कर बना वल्र्ड रिकार्ड
रामो विग्रहवान धर्मः अर्थात् राम ही धर्म है राम ही कर्तव्य है-प्रधानमंत्री
अवधपुरी मम पुरी सुहावनि, उत्तर दिसि बह सरजू पावनि-मुख्यमंत्री
अयोध्या 23 अक्टूबर 2022 (सू0वि0)ः-देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का अयोध्या की धरती पर दीपोत्सव के उपलक्ष्य पर आगमन हुआ। प्रधानमंत्री जी का साकेत महाविद्यालय में स्थापित हेलीपैड पर उतरने पर उनका स्वागत प्रदेश की श्री राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल एवं प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, स्थानीय सांसद श्री लल्लू सिंह के अतिरिक्त केन्द्रीय सरकार एवं राज्य सरकार के अधिकारी जिसमें मण्डलायुक्त श्री नवदीप रिणवा, पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री अमरेन्द्र प्रसाद सिंह, जिलाधिकारी श्री नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशान्त वर्मा एवं श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ किया गया। आगमन के बाद सीधे श्रीराम लला विराजमान मंदिर गये जहां पर पूजन अर्चन किया। इसके उपरांत मंदिर निर्माण स्थल का गहनता से अवलोकन किया। उक्त अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव श्री चम्पत राय, कोषाध्यक्ष स्वामी गोविन्द देवगिरि एवं अन्य मंदिर निर्माण से जुड़े पदाधिकारी उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त श्रीराम मंदिर निर्माण समिति अध्यक्ष श्री नृपेन्द्र मिश्र एवं एल0एण्ड0टी0 तथा टाटा कन्सलटेंसी के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। एल0एण्ड0टी0 के प्रतिनिधि श्री राजेश मेहता द्वारा मंदिर के निर्माण की बिन्दुवार सामान्य एवं तकनीकी जानकारी दी गयी। इस अवसर पर श्री राज्यपाल महोदया एवं मा0 मुख्यमंत्री जी भी साथ रहे। इस कार्यक्रम के पश्चात मा0 प्रधानमंत्री जी सीधे रामकथा पार्क गये जहां पर दीपोत्सव के अवसर पर उनके सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उक्त अवसर पर मा0 मुख्यमंत्री जी एवं प्रदेश डिप्टी सीएम श्री केशव प्रसाद मौर्य, श्री बृजेश पाठक द्वारा स्वागत किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास जी को मा0 प्रधानमंत्री जी ने प्रणाम किया एवं पूज्य गणमान्य साधु संतों का आर्शीवाद प्राप्त किया। उक्त अवसर पर मेयर श्री ऋषिकेश उपाध्याय, नगर विधायक श्री वेद प्रकाश गुप्ता, विधायक श्री रामचन्द्र यादव, विधायक डा0 अमित सिंह सहित सत्ताधारी पार्टी के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अयोध्या में उमड़े पूज्यनीय साधु-संतों को नमन करने के साथ ही दीपोत्सव को नई ऊर्जा देते हुए उसका शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर सभी रामभक्तों को पुनः बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस बार दिवाली कुछ ऐसे समय पर आई है जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। उन्होंने कहा, रामलला के दर्शन और उसके बाद राजा राम का अभिषेक, ये सौभाग्य रामजी की कृपा से ही मिलता है। भगवान राम ने अपने वचन में, अपने विचारों में, अपने शासन में, अपने प्रशासन में जिन मूल्यों को गढ़ा, वो सबका साथ-सबका विकास की प्रेरणा हैं और सबका विश्वास-सबका प्रयास का आधार हैं। भगवान राम, मर्यादा पुरुषोत्तम कहे जाते हैं, मर्यादा, मान रखना भी और मान देना भी सिखाती है और मर्यादा, जिस बोध की आग्रह होती है, वो बोध कर्तव्य ही है। उन्होंने कहा कि लाल किले से मैंने सभी देशवासियों से पंच प्राणों को आत्मसात करने का आह्वान किया है। इन पंच प्रांणों की ऊर्जा जिस एक तत्व से जुड़ी है, वो है भारत के नागरिकों का कर्तव्य। आज अयोध्या नगरी में, दीपोत्सव के इस पावन अवसर पर हमें अपने इस संकल्प को दोहराना है, श्रीराम से सीखना है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक समय वो भी था जब हमारे ही देश में श्रीराम के अस्तित्व पर सवाल उठाए जाते थे। इसका नतीजा यह हुआ कि हमारे देश के धार्मिक स्थलों का विकास पीछे छूट गया। पिछले आठ साल में हमने धार्मिक स्थलों के विकास के काम को आगे रखा है। भगवान श्रीराम का जीवन बताता है कि हमारे अधिकार हमारे कर्तव्य से स्वयं सिद्व हो जाते हैं। श्रीराम ने अपने जीवन में कर्तव्यों को सर्वाधिक जोर दिया। उन्होंने वन में रहकर साधुओं की संगत की। प्रधानमंत्री मोदी अयोध्यावासियों से कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ ही आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ जाएगी। ऐसे में अयोध्या स्वच्छ और यहां के लोगों का व्यवहार अच्छा हो, यह यहां के लोगों को तय करना है। उन्होंने कहा कि कितना अच्छा हो कि अयोध्या के नागरिकों का व्यवहार भी अपने आप में मानक बने। उन्होंने कहा कि राम किसी को पीछे नहीं छोड़ते। राम कर्तव्य-भावना से मुख नहीं मोड़ते। इसलिए, राम, भारत की उस भावना के प्रतीक हैं, जो मानती है कि हमारे अधिकार हमारे कर्तव्यों से स्वयं सिद्ध हो जाते हैं। भगवान राम, मर्यादापुरुषोत्तम कहे जाते हैं।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने गोस्वामी तुलसीदास के शब्दों में कहा, ‘‘दैहिक दैविक भौतिक तापा, रामराज नहिं काहुहि ब्यापा‘‘ अर्थात रामराज्य में दैहिक, दैविक और भौतिक ताप किसी को नहीं व्यापते। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी पिछले साढ़े आठ साल से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने वाले और उसी के अनुरूप देश में रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने वाले राजनेता हैं, देश ही नहीं दुनिया ने देखा है कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमने कैसे कोरोना जैसी महामारी का सामना किया, 135 करोड़ जनता को अपना परिवार मानकर काम करने वाले प्रधानमंत्री जी ने करोना कालखंड में बिना भेदभाव के फ्री टेस्ट, फ्री वैक्सीन, फ्री उपचार के साथ ही गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले 80 करोड़ जनता को फ्री राशन देने का कार्य किया। हर गरीब के सिर पर छत, मुफ्त बिजली के साथ साथ गरीब को 5 लाख के स्वास्थ्य बीमा से कवर करने का कार्य रामराज्य के संकल्प की दिशा में किया गया प्रयास ही है, चाहे देश के 10 लाख युवाओं को अग्निवीर के माध्यम से रोजगार और देश सेवा से जोड़ने का कार्य हो या विरासत का सम्मान प्रधानमंत्री के हर कार्य में रामराज्य के लक्ष्य की प्राप्ति का संकल्प दिखता है। मा0 मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण हो रहा है, चाहे महाकाल का लोक हो, काशी में भगवान विश्वनाथ का भव्य धाम का बन चुका है। उत्तराखंड के चार धामों के पुनरोद्धार का कार्य किस रूप में हो रहा है, ये हर भारतवासी को गौरव की अनुभूति कराता है। आज हर भारत वासी विरासत के इस सम्मान से अभिभूत है। योग को वैश्विक मंच पर सम्मान देना हो या प्रयागराज कुंभ के माध्यम से दुनिया के सबसे बड़े आयोजन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का कार्य हो, ये सब साकार हुआ प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में, आज विंध्यवासिनी धाम का पुनरोद्धार कॉरीडोर के रूप में युद्धस्तर पर चल रहा है। रामायण सर्किट, कृष्णा सर्किट, बौद्ध परिपथ की बात हो या देशभर में शक्तिपीठों के पुनरोद्धार का कार्य। ये सब अपनी विरासत का सम्मान ही तो है। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह, जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र सिंह, श्री राधामोहन सिंह सहित भाजपा के पदाधिकारीगण उपस्थित रहे। इसके बाद अगले चरण में मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा भव्य सरयू आरती की गयी तत्पश्चात राम की पैड़ी पर प्रज्जवलित दीपों एवं लेजर शो का अवलोकन किया। इस अवसर पर पवित्र राम की पैड़ी पर 15 लाख 76 हजार दीपों का प्रज्जवलन कर गिनीज बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड बनाया गया। इसके पूर्व प्रातः दीपोत्सव के अवसर पर अयोध्या द्वार (साकेत महाविद्यालय के समीप) से सूचना विभाग एवं पर्यटन विभाग द्वारा निर्मित आकर्षक झांकियों का शुभारम्भ उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह द्वारा हरी दिखाकर किया गया। इस अवसर पर मा0 सांसद अयोध्या श्री लल्लू सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रोली सिंह, मेयर श्री ऋषिकेश उपाध्याय, नगर विधायक श्री वेद प्रकाश गुप्ता सहित अन्य गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे। इन आकर्षक झांकियों का विभिन्न चैराहों पर उपस्थित आमजनों द्वारा अवलोकन किया गया।
अन्त में मीडिया बन्धुओं के सहयोग के प्रति प्रमुख सचिव सूचना श्री संजय प्रसाद, मण्डलायुक्त श्री नवदीप रिणवा, पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री अमरेन्द्र प्रसाद सिंह, सूचना निदेशक श्री शिशिर, जिलाधिकारी श्री नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशान्त वर्मा, अपर निदेशक सूचना श्री अंशुमानराम त्रिपाठी, उपनिदेशक सूचना डा0 मुरलीधर सिंह ने आभार व्यक्त किया तथा दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें दी।
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रामो विग्रहवान धर्मः अर्थात् राम ही धर्म है राम ही कर्तव्य है-प्रधानमंत्री
अवधपुरी मम पुरी सुहावनि, उत्तर दिसि बह सरजू पावनि-मुख्यमंत्री
अयोध्या 23 अक्टूबर 2022 (सू0वि0)ः-देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का अयोध्या की धरती पर दीपोत्सव के उपलक्ष्य पर आगमन हुआ। प्रधानमंत्री जी का साकेत महाविद्यालय में स्थापित हेलीपैड पर उतरने पर उनका स्वागत प्रदेश की श्री राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल एवं प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, स्थानीय सांसद श्री लल्लू सिंह के अतिरिक्त केन्द्रीय सरकार एवं राज्य सरकार के अधिकारी जिसमें मण्डलायुक्त श्री नवदीप रिणवा, पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री अमरेन्द्र प्रसाद सिंह, जिलाधिकारी श्री नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशान्त वर्मा एवं श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ किया गया। आगमन के बाद सीधे श्रीराम लला विराजमान मंदिर गये जहां पर पूजन अर्चन किया। इसके उपरांत मंदिर निर्माण स्थल का गहनता से अवलोकन किया। उक्त अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव श्री चम्पत राय, कोषाध्यक्ष स्वामी गोविन्द देवगिरि एवं अन्य मंदिर निर्माण से जुड़े पदाधिकारी उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त श्रीराम मंदिर निर्माण समिति अध्यक्ष श्री नृपेन्द्र मिश्र एवं एल0एण्ड0टी0 तथा टाटा कन्सलटेंसी के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। एल0एण्ड0टी0 के प्रतिनिधि श्री राजेश मेहता द्वारा मंदिर के निर्माण की बिन्दुवार सामान्य एवं तकनीकी जानकारी दी गयी। इस अवसर पर श्री राज्यपाल महोदया एवं मा0 मुख्यमंत्री जी भी साथ रहे। इस कार्यक्रम के पश्चात मा0 प्रधानमंत्री जी सीधे रामकथा पार्क गये जहां पर दीपोत्सव के अवसर पर उनके सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उक्त अवसर पर मा0 मुख्यमंत्री जी एवं प्रदेश डिप्टी सीएम श्री केशव प्रसाद मौर्य, श्री बृजेश पाठक द्वारा स्वागत किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास जी को मा0 प्रधानमंत्री जी ने प्रणाम किया एवं पूज्य गणमान्य साधु संतों का आर्शीवाद प्राप्त किया। उक्त अवसर पर मेयर श्री ऋषिकेश उपाध्याय, नगर विधायक श्री वेद प्रकाश गुप्ता, विधायक श्री रामचन्द्र यादव, विधायक डा0 अमित सिंह सहित सत्ताधारी पार्टी के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अयोध्या में उमड़े पूज्यनीय साधु-संतों को नमन करने के साथ ही दीपोत्सव को नई ऊर्जा देते हुए उसका शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर सभी रामभक्तों को पुनः बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस बार दिवाली कुछ ऐसे समय पर आई है जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। उन्होंने कहा, रामलला के दर्शन और उसके बाद राजा राम का अभिषेक, ये सौभाग्य रामजी की कृपा से ही मिलता है। भगवान राम ने अपने वचन में, अपने विचारों में, अपने शासन में, अपने प्रशासन में जिन मूल्यों को गढ़ा, वो सबका साथ-सबका विकास की प्रेरणा हैं और सबका विश्वास-सबका प्रयास का आधार हैं। भगवान राम, मर्यादा पुरुषोत्तम कहे जाते हैं, मर्यादा, मान रखना भी और मान देना भी सिखाती है और मर्यादा, जिस बोध की आग्रह होती है, वो बोध कर्तव्य ही है। उन्होंने कहा कि लाल किले से मैंने सभी देशवासियों से पंच प्राणों को आत्मसात करने का आह्वान किया है। इन पंच प्रांणों की ऊर्जा जिस एक तत्व से जुड़ी है, वो है भारत के नागरिकों का कर्तव्य। आज अयोध्या नगरी में, दीपोत्सव के इस पावन अवसर पर हमें अपने इस संकल्प को दोहराना है, श्रीराम से सीखना है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक समय वो भी था जब हमारे ही देश में श्रीराम के अस्तित्व पर सवाल उठाए जाते थे। इसका नतीजा यह हुआ कि हमारे देश के धार्मिक स्थलों का विकास पीछे छूट गया। पिछले आठ साल में हमने धार्मिक स्थलों के विकास के काम को आगे रखा है। भगवान श्रीराम का जीवन बताता है कि हमारे अधिकार हमारे कर्तव्य से स्वयं सिद्व हो जाते हैं। श्रीराम ने अपने जीवन में कर्तव्यों को सर्वाधिक जोर दिया। उन्होंने वन में रहकर साधुओं की संगत की। प्रधानमंत्री मोदी अयोध्यावासियों से कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ ही आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ जाएगी। ऐसे में अयोध्या स्वच्छ और यहां के लोगों का व्यवहार अच्छा हो, यह यहां के लोगों को तय करना है। उन्होंने कहा कि कितना अच्छा हो कि अयोध्या के नागरिकों का व्यवहार भी अपने आप में मानक बने। उन्होंने कहा कि राम किसी को पीछे नहीं छोड़ते। राम कर्तव्य-भावना से मुख नहीं मोड़ते। इसलिए, राम, भारत की उस भावना के प्रतीक हैं, जो मानती है कि हमारे अधिकार हमारे कर्तव्यों से स्वयं सिद्ध हो जाते हैं। भगवान राम, मर्यादापुरुषोत्तम कहे जाते हैं।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने गोस्वामी तुलसीदास के शब्दों में कहा, ‘‘दैहिक दैविक भौतिक तापा, रामराज नहिं काहुहि ब्यापा‘‘ अर्थात रामराज्य में दैहिक, दैविक और भौतिक ताप किसी को नहीं व्यापते। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी पिछले साढ़े आठ साल से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने वाले और उसी के अनुरूप देश में रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने वाले राजनेता हैं, देश ही नहीं दुनिया ने देखा है कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमने कैसे कोरोना जैसी महामारी का सामना किया, 135 करोड़ जनता को अपना परिवार मानकर काम करने वाले प्रधानमंत्री जी ने करोना कालखंड में बिना भेदभाव के फ्री टेस्ट, फ्री वैक्सीन, फ्री उपचार के साथ ही गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले 80 करोड़ जनता को फ्री राशन देने का कार्य किया। हर गरीब के सिर पर छत, मुफ्त बिजली के साथ साथ गरीब को 5 लाख के स्वास्थ्य बीमा से कवर करने का कार्य रामराज्य के संकल्प की दिशा में किया गया प्रयास ही है, चाहे देश के 10 लाख युवाओं को अग्निवीर के माध्यम से रोजगार और देश सेवा से जोड़ने का कार्य हो या विरासत का सम्मान प्रधानमंत्री के हर कार्य में रामराज्य के लक्ष्य की प्राप्ति का संकल्प दिखता है। मा0 मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण हो रहा है, चाहे महाकाल का लोक हो, काशी में भगवान विश्वनाथ का भव्य धाम का बन चुका है। उत्तराखंड के चार धामों के पुनरोद्धार का कार्य किस रूप में हो रहा है, ये हर भारतवासी को गौरव की अनुभूति कराता है। आज हर भारत वासी विरासत के इस सम्मान से अभिभूत है। योग को वैश्विक मंच पर सम्मान देना हो या प्रयागराज कुंभ के माध्यम से दुनिया के सबसे बड़े आयोजन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का कार्य हो, ये सब साकार हुआ प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में, आज विंध्यवासिनी धाम का पुनरोद्धार कॉरीडोर के रूप में युद्धस्तर पर चल रहा है। रामायण सर्किट, कृष्णा सर्किट, बौद्ध परिपथ की बात हो या देशभर में शक्तिपीठों के पुनरोद्धार का कार्य। ये सब अपनी विरासत का सम्मान ही तो है। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह, जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र सिंह, श्री राधामोहन सिंह सहित भाजपा के पदाधिकारीगण उपस्थित रहे। इसके बाद अगले चरण में मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा भव्य सरयू आरती की गयी तत्पश्चात राम की पैड़ी पर प्रज्जवलित दीपों एवं लेजर शो का अवलोकन किया। इस अवसर पर पवित्र राम की पैड़ी पर 15 लाख 76 हजार दीपों का प्रज्जवलन कर गिनीज बुक आफ वल्र्ड रिकार्ड बनाया गया। इसके पूर्व प्रातः दीपोत्सव के अवसर पर अयोध्या द्वार (साकेत महाविद्यालय के समीप) से सूचना विभाग एवं पर्यटन विभाग द्वारा निर्मित आकर्षक झांकियों का शुभारम्भ उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह द्वारा हरी दिखाकर किया गया। इस अवसर पर मा0 सांसद अयोध्या श्री लल्लू सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रोली सिंह, मेयर श्री ऋषिकेश उपाध्याय, नगर विधायक श्री वेद प्रकाश गुप्ता सहित अन्य गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे। इन आकर्षक झांकियों का विभिन्न चैराहों पर उपस्थित आमजनों द्वारा अवलोकन किया गया।
अन्त में मीडिया बन्धुओं के सहयोग के प्रति प्रमुख सचिव सूचना श्री संजय प्रसाद, मण्डलायुक्त श्री नवदीप रिणवा, पुलिस उपमहानिरीक्षक श्री अमरेन्द्र प्रसाद सिंह, सूचना निदेशक श्री शिशिर, जिलाधिकारी श्री नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशान्त वर्मा, अपर निदेशक सूचना श्री अंशुमानराम त्रिपाठी, उपनिदेशक सूचना डा0 मुरलीधर सिंह ने आभार व्यक्त किया तथा दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें दी।
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