रायबरेली, 11 अक्टूबर 2022 
क्षय रोगियों को बेहतर इलाज के साथ पोषणयुक्त आहार उपलब्ध कराने के लिए राज्यपाल ने गोद लेने की पहल की है | इसी क्रम में मंगलवार को राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत रोटरी सेवा सदन में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह की उपस्थिति में रोटरी क्लब द्वारा 35 क्षय रोगियों को गोद लिया गया और उन्हें पोषण किट प्रदान की गयी। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि बिना सामाजिक जागरूकता के कोई भी मिशन पूर्ण नहीं हो सकता।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश को वर्ष 2025 तक क्षय रोग से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है | इसी के मद्देनजर प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत हुई है | क्षय रोगियों को गोद लेने की मुहिम इस लक्ष्य को प्राप्त करने के अभियान में एक प्रयास है, जिसमें विभिन्न व्यक्तियों, संस्थाओं द्वारा क्षय रोगियों को गोद लिया जा रहा है |
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. अनुपम सिंह ने बताया कि टीबी का पोषण से गहरा नाता है | यदि व्यक्ति कुपोषित है तो प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण उसे टीबी का संक्रमण होने का खतरा रहेगा | यदि व्यक्ति टीबी से ग्रसित है तो उसे दवाओं के सेवन के साथ प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैटी एसिड, विटामिन और खनिज से भरपूर खाने का सेवन करना चाहिये | संतुलित और पौष्टिक भोजन का सेवन करने से इलाज के पूरा होने के बाद भी दोबारा टीबी होने की संभावना नहीं होती है | आहार में मूंगफली, दालें, अंडा, दही, दूध, मट्ठा, मांस-मछली आदि को जरूर शामिल करें | इसके साथ ही अनाज, हरी सब्जियां, फलों का स नियमित रूप से सेवन करना चाहिए |  
क्षय रोगियों की जांच और इलाज निशुल्क सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध है | इसके साथ ही उन्हें पोषण के लिए निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान हर माह 500 रुपये की धनराशि सीधे उनके खाते में भेजी जा रही है |
टीबी के मरीजों को पौष्टिक आहार की जरूरत होती है | गंभीर या मध्यम रूप से कुपोषित या इलाज के दौरान वजन के लगातार कम होने से दवा का शरीर पर सही तरह से असर नहीं होता है | ऐसे में इलाज लंबा चलता है और दोबारा टीबी होने का खतरा होता है | इसलिए इलाज के दौरान कुपोषण को दूर करने और सही तरह से वजन बढ़ाने से रोगी के तेजी से ठीक होने और पूरी तरह से टीबी मुक्त होने में मदद मिलेगी |
रोटरी क्लब के अध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव ने कहा कि क्षय रोगियों को वितरित पोषण किट में चना, सत्तू, फल, गुड़, मूंगफली और दलिया इत्यादि शामिल हैं। क्षय रोगी जब तक ठीक नहीं हो जाते तब तक इनका सहयोग किया जाएगा।
इस मौके पर राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के कार्यक्रम समन्वयक अभय मिश्रा, वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक करुणा शंकर मिश्रा, विक्रांत गुप्ता, ऋषिकेश त्रिपाठी, के. के. श्रीवास्तव, मनीष श्रीवास्तव, रोटरी क्लब के कार्यक्रम अधिकारी राजेश कक्कड़, रोटरी क्लब के पूर्व अध्यक्ष राजीव भार्गव, पूर्व अध्यक्ष राजेश शर्मा , पी.एस. सलूजा एवं सचिव संजय श्रीवास्तव उपस्थित रहे |

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