सातवाँ आयुर्वेद दिवस (धनवन्तरी दिवस) के अवसर पर
23 अक्टूबर, 2022 को होगा हर दिन हर घर आयुर्वेद कार्यक्रम
आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली के माध्यम से गंभीर बीमारियों का उपचार सम्भव
-अपर मुख्य सचिव
लखनऊ: 11 अक्टूबर, 2022
आयुष मंत्रालय भारत सरकार से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुरूप 23 अक्टूबर, 2022 को सातवां आयुर्वेद दिवस के अवसर "हर दिन हर घर" आयुर्वेद कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। आयुष मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुरूप प्रदेश के आयुष विभाग के अन्तर्गत आने वाले समस्त चिकित्सालयों, चिकित्सा महाविद्यालयों द्वारा जागरूकता रैली, वाद-विवाद प्रतियोगिता, व्याख्यान माला, नुक्कड़ नाटक, चिकित्सा शिविर एवं प्रकृति परिक्षण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव आयुष श्रीमती आराधना शुक्ला ने यह जानकारी देते हुये बताया कि हर दिन हर घर आयुर्वेद के आयोजन के अवसर पर आयुष के प्रति जागरूकता एवं जन भागीदारी सुनिश्चित करने तथा इसकों जन आन्दोलन का रूप देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आम जनता को स्वस्थ एवं निरोग रहने से संबधित जानकारी देना है। इसके साथ ही जनमानस को पर्यावरण के प्रति जागरूक भी करना है। उन्होने बताया कि साधारण बिमारियों के उपचार एवं रोकथाम हेतु घर की रसोई में उपलब्ध मसालों जैसे- लौंग, इलाइची, काली मिर्च, जीरा, अजवाइन, तेजपत्ता, सौंठ, जायफल व आस-पास उपलब्ध पौधों की सहायता से चिकित्सा की जानकारी दी जायेगी। भोजन में इसके उपयोगिता की जानकारी दी जायेगी।
श्रीमती शुक्ला ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान आम जनता को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के बारे में भी जानकारी दी जायेगी। इसके अतिरिक्त वृद्घावस्था के दौरान होने वाले रोगों का आयुर्वेदिक उपचार, मानसिक आरोग्य में आयुर्वेद की भूमिकाएं एवं महत्ता की जानकारी दी जा रही है।
23 अक्टूबर, 2022 को होगा हर दिन हर घर आयुर्वेद कार्यक्रम
आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली के माध्यम से गंभीर बीमारियों का उपचार सम्भव
-अपर मुख्य सचिव
लखनऊ: 11 अक्टूबर, 2022
आयुष मंत्रालय भारत सरकार से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुरूप 23 अक्टूबर, 2022 को सातवां आयुर्वेद दिवस के अवसर "हर दिन हर घर" आयुर्वेद कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। आयुष मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुरूप प्रदेश के आयुष विभाग के अन्तर्गत आने वाले समस्त चिकित्सालयों, चिकित्सा महाविद्यालयों द्वारा जागरूकता रैली, वाद-विवाद प्रतियोगिता, व्याख्यान माला, नुक्कड़ नाटक, चिकित्सा शिविर एवं प्रकृति परिक्षण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव आयुष श्रीमती आराधना शुक्ला ने यह जानकारी देते हुये बताया कि हर दिन हर घर आयुर्वेद के आयोजन के अवसर पर आयुष के प्रति जागरूकता एवं जन भागीदारी सुनिश्चित करने तथा इसकों जन आन्दोलन का रूप देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आम जनता को स्वस्थ एवं निरोग रहने से संबधित जानकारी देना है। इसके साथ ही जनमानस को पर्यावरण के प्रति जागरूक भी करना है। उन्होने बताया कि साधारण बिमारियों के उपचार एवं रोकथाम हेतु घर की रसोई में उपलब्ध मसालों जैसे- लौंग, इलाइची, काली मिर्च, जीरा, अजवाइन, तेजपत्ता, सौंठ, जायफल व आस-पास उपलब्ध पौधों की सहायता से चिकित्सा की जानकारी दी जायेगी। भोजन में इसके उपयोगिता की जानकारी दी जायेगी।
श्रीमती शुक्ला ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान आम जनता को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के बारे में भी जानकारी दी जायेगी। इसके अतिरिक्त वृद्घावस्था के दौरान होने वाले रोगों का आयुर्वेदिक उपचार, मानसिक आरोग्य में आयुर्वेद की भूमिकाएं एवं महत्ता की जानकारी दी जा रही है।
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