कारोबार को देने रफ्तार, बैंक पहुंचा टेराकोटा शिल्पकारों के द्वार
टेराकोटा गांव औरंगाबाद और गुलरिहा का भ्रमण किया पंजाब एंड सिंध बैंक के
अफसरों ने
5000 टेराकोटा शिल्पकारों को 25 करोड़ का लोन देने की प्रतिबद्धता जता
चुका है बैंक
गोरखपुर, 5 सितंबर।
लगातार बुलंदियों को छू रहे टेराकोटा शिल्प के उद्यम को वित्त पोषण में
और सहूलियत मिलने जा रही है। टेराकोटा शिल्पियों के कारोबार को रफ्तार
देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से किए गए वादे के अनुरूप पंजाब एंड
सिंध बैंक शिल्पियों के द्वार पहुंचा है। बैंक के अधिकारियों ने टेराकोटा
शिल्पकारो से उनकी वित्तीय जरूरतों की जानकारी ली और बताया कि उन्हें
अपनी कला को उद्योग के रूप में स्थापित करने के प्रदेश सरकार के प्रयास में वह
भी हमकदम बन गया है। बैंक ने गोरखपुर के 5000 टेराकोटा शिल्पियों के लिए
25 करोड़ रुपये लोन वितरण का लक्ष्य रखा है।
गोरखपुर की विशिष्ट टेराकोटा मिट्टी शिल्प को योगी सरकार ने
महत्वाकांक्षी एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना में शामिल कर
प्रशिक्षण, निशुल्क यंत्र-उपकरण व अनुदानित लोन देकर इसे फर्श से अर्श तक
पहुंचा दिया है। नायाब होने के बावजूद कभी टेराकोटा के उत्पादों को खरीदारों
का टोटा था तो अब सरकार की तरफ से कराई गई ब्रांडिंग का यह जलवा है कि
इस शिल्प के उत्पादों की डिमांड इतनी है कि शिल्पकारों के पास तीन से चार
महीने के लिए एडवांस ऑर्डर रहता है। यही नहीं, इसके उत्पाद ऑनलाइन
प्लेटफॉर्म से लेकर ग्लोबल मार्केट तक उपलब्ध हैं। सरकार के प्रयासों से टेराकोटा
को जीआई (जियोग्राफिकल इंडिकेशन) टैग भी हासिल है।
टेराकोटा मिट्टी शिल्प उद्यम के रूप में स्थापित हो चुका है। इसका
कारोबार और बढ़े और बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिल सके, इसके लिए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद दिलचस्पी लेते हैं। सीएम योगी के प्रयासों से
जुड़ने की एक पहल पंजाब एंड सिंध बैंक ने भी की है। कार्यकारी निदेशक
रामजस यादव के नेतृत्व में गत 23 अगस्त को बैंक के अधिकारियों ने सीएम
योगी से लखनऊ में मुलाकात कर टेराकोटा शिल्पकारों के लिए अपनी
कार्ययोजना की जानकारी दी थी। बताया था कि बैंक उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु
एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग के साथ मिलकर गोरखपुर के 5000
टेराकोटा शिल्पकारों को 25 करोड़ का लोन उपलब्ध कराएगा। इस वित्त पोषण
से शिल्पी अपने उद्यम का आकार और विस्तारित कर सकेंगे।
इसी कार्ययोजना के मुताबिक रविवार को बैंक के मुख्य प्रबंधक विनय
कुमार ओझा के नेतृत्व में वरिष्ठ प्रबंधक शैलेंद्र प्रताप सिंह, वरिष्ठ शाखा प्रबंधक
गोलघर गोरखपुर शाखा अरविंद कुमार मिश्र, शाखा प्रबंधक बशारतपुर
गोरखपुर पंकज जायसवाल व शाखा प्रबंधक बस्ती संदीप यादव
टेराकोटा के लिए मशहूर औरंगाबाद और गुलरिहा पहुंचे। उन्होंने भोला
प्रसाद प्रजापति, रामफल, गुलाब चंद प्रजापति, गब्बू, लालचंद प्रजापति,
हीरालाल प्रजापति, राजन प्रजापति, रविन्द्र प्रजापति से मुलाकात की। उनके
हुनर को देखा, बाजार, उत्पादों की मांग और उनके टर्नओवर के बारे में
जानकारी ली।
बैंक अधिकारियों ने टेराकोटा शिल्पकारों को ओडीओपी के तहत सरकार
की तरफ से मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दी। साथ ही बताया कि बैंक
उन्हें त्वरित आधार पर सरलता से लोन देने के लिए तैयार बैठा है। लोन से वह
अपने कारोबार को और रफ्तार दे सकते हैं। शिल्पकारो को डिजिटल पेमेंट
सिस्टम और क्यूआर कोड के जरिये लेनदेन के बारे में बताया गया।
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