बाराबंकी। सिद्धौर क्षेत्र को ग्राम पंचायत मोहम्मदपुर चंडी सिंह के प्रधान पति और एक शिक्षक को 2 दिन पूर्व एंटी करप्शन की टीम ने जिस शिक्षक से पैसा लेने के आरोप में जेल भेजा है उसको लेकर सिद्धौर ब्लाक का प्रधान संघ अध्यक्ष की अगुवाई खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना जारी रहा सूचना पर पहुंचे नायब तहसीलदार के काफी प्रयास ए किए प्रधानों द्वारा प्रधानाध्यापक को सस्पेंड करने की बात पर अड़े रहे धरना प्रदर्शन भी जारी रहेगा मोहम्मदपुर चंडी सिंह ग्राम प्रधान सरोजनी देवी के पति सुरेंद्र वर्मा और प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक अरुणेश कुमार को बुधवार को एंटी करप्शन की टीम ने 40000 लेते हुए पकड़ कर जेल भेजा था जिसको लेकर शुक्रवार को प्रधान संघ र के अध्यक्ष सत्यनाम सिंह उर्फ गुड्डू के नेतृत्व में 6 ब्लॉक सभागार में बैठक का आयोजन किया गया जिसके बाद यह निर्णय लिया गया कि जिस प्रधानाध्यापक वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने प्रधान पति और शिक्षक को षड्यंत्र कर एंटी करप्शन से जेल भिजवाया है उसके खिलाफ ये भी कार्यवाही की जाए जिसको लेकर सभी क ग्राम प्रधान खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंच गए और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया खंड शिक्षा अधिकारी सिद्धौर मनीराम वर्मा फैजाबाद में विभाग की मीटिंग में गए थे सूचना पर लगभग 10 दिन पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी सिद्धौर मनीराम वर्मा प्राथमिक विद्यालय में कमपोजिट ग्रांट का जो पैसा आया था उसकी जांच करने पहुंचे थे जिसमें प्रधानाध्यापक विरेंद्र श्रीवास्तव 55000 में मात्र 24000 के ही बिल वाउचर दिखा सके जिस पर प्रधानाध्यापक पर आरोप भी सिद्ध हुआ था
ग्राम प्रधान और प्रधान पति ने खंड शिक्षा अधिकारी से प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की थी लेकिन उन्होंने कोई कार्यवाही नहीं की और आपस में समझौते की बात कहते हुये प्रधान द्वारा विद्यालय में नक्टर पंखा आदि पर खर्च रुपयों को प्रधानाध्यापक द्वारा वापस करना तय हुआ था नायब तहसीलदार आकाश संत ने ग्राम प्रधानों से ज्ञापन देने के बाद धरना समाप्त करने की अपील की लेकिन ग्राम प्रधान अपनी मांग पर अड़े रहे प्रधानों की मांग थी कि लगभग 10 दिन पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी सिद्धौर मनीराम वर्मा प्राथमिक विद्यालय में कमपोजिट ग्रांट का जो पैसा आया था उसकी जांच करने पहुंचे थे जिसमें प्रधानाध्यापक विरेंद्र श्रीवास्तव 55000 में मात्र 24000 के ही बिल वाउचर दिखा सके जिस पर प्रधानाध्यापक पर आरोप भी सिद्ध हुआ था
ग्राम प्रधान और प्रधान पति ने खंड शिक्षा अधिकारी से प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की थी लेकिन उन्होंने कोई कार्यवाही नहीं की और आपस में समझौते की बात कहते हुये प्रधान द्वारा विद्यालय में नक्टर पंखा आदि पर खर्च रुपयों को प्रधानाध्यापक द्वारा वापस करना तय हुआ था जिसके बाद 1 हफ्ते का समय लेते हुये प्रधानध्यापक वीरेंद्र श्रीवास्तव सडयंत्र रचते हुये एंटीकरप्शन से कमीशन मांगने की शिकायत की जिसके बाद बुधवार को रुपये देने के लिये बुला कर प्रधान पति को उक्त रुपयों के साथ एंटीकरप्शन टीम ने गिरफ्तार कर लिया।इसी बात से नाराज प्रधान संघ न खंड शिक्षा अधिकारी कार्यलय पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और माँग को खण्ड शिक्षा अधिकारी मौके पर आएं और बताएं कि प्रधानाध्यापक द्वारा गबन का मामला सिद्ध हुआ था या नहीं यदि सिद्ध हुआ था तो प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं की जब तक प्रधानाध्यापक विरेंद्र कुमार श्रीवास्तव को सस्पेंड कर इसकी जांच कराने का आश्वासन नहीं मिलेगा कि यह पैसा जो दे रहे थे वह कमीशन का था या फिर प्रधान ने विद्यालय में जो खर्च किया था वह था तब तक हम लोग धरना प्रदर्शन से नहीं हटेंगे जिसके बाद नायब तहसीलदार आकाश संत को बैरंग वापस लौटना पड़ा तब हैदरगढ़ उम जिलाधिकारी सुरेन्द्र पाल विश्वकर्मा मौके पर आये ज्ञापन लेते हुये जाँच करा कर 4 दिन में कार्यवाही का आश्वासन दिया तब जाकर धरना समाप्त हुआ इस मौके पर प्रधान संघ अध्यक्ष सत्यनाम सिंह उर्फ गुड्डू अध्यक्ष अमर बहादुर, दिनेश कुमार शर्मा, कोशलेंद्र सिंह, अनूप सिंह अमित वर्मा, मोहम्मद उबेद सानू, नीरज वर्मा, सरोजनी देवी, जितेंद्र कुमार, गुरुप्रसाद अवध राम, रोनू सिंह, सरोज कुमार, राजकुमार सहित अन्य प्रधानो की मौजूदगी के साथ, पत्रकार एकता महासंघ फाउंडेशन बाराबंकी के जिलाध्यक्ष हिमांशु प्रकाश और जिलापंचायत सदस्य प्रतिनिधि गोकरन यादव भी धरने में शामिल रहे।
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