बाराबंकी। सूबे के मुखिया योगी जी आम जनमानस की समस्याओं के प्रति सामाजिक मंचो पर काफी सख्त भाषा में नजर आते है परंतु जमीन पर काम अधिकारियों को करना होता है और अधिकारी अपने ढुलमुल रवैये से सरकार को जुमलेबाज सरकार साबित करने में कोई कशर नही छोड़ रहे है। तहसील समाधान दिवस और थाना समाधान दिवस महज औपचारिकता बन कर रह गये है। क्यूँ कि एसडीएम साहब कितना भी आदेश करें निस्तारण का दावा करें लेकिन राजस्व मामलों में लेखपाल पर ही सब कुछ निर्भर होता है। ऐसा ही एक मामला तहसील रामसनेही घाट के परगना सूर्यपुर के मानपुर मकोहिया का है जहा के निवासी सालिकरामपुत्र मोलहे ने तीन सितम्बर को तहसील समाधान दिवस में गाँव के ही भगवती पर लेखपाल की मदद से जबरिया कब्जा कर लेने का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी जिस पर उपजिलाधिकारी महोदय ने तहसीलदार को जांच को जांच का आदेश दिया था लेकिन एक सप्ताह बाद भी तहसीलदार साहब या उनके अधीनस्थ मौके पर नही पहुंचे है।
जनपद के थाना असंद्रा में प्रभारी निरीक्षक नीतिश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में समाधान दिवस का आयोजन किया गया। वही राजस्व विभाग से कुछ ही कर्मचारी पहुँचे मौके पर राजस्व से सम्बंधित मामलों के लिए आये लोगो की समस्या ज्यो की त्यों बनी रही, तहसील समाधान दिवस से न्याय की आशा टूटती देख सालिक राम पुत्र मोल्हे रावत ने असन्दरा थाने में आयोजित समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि गांव में गाटा संख्या 211 पर उनको पट्टा हुआ था,लेकिन गांव के ही भगवती पुत्र इन्द्रवली ने जबरिया कब्जा कर लिया है,जिसकी शिकायत पीड़ित ने पूर्व में तहसील समाधान दिवस में भी किया था लेकिन अभी तक कार्यवाही नही हुई है,आज सालिकराम ने थाना समाधान दिवस में इसकी शिकायत किया है।
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