जौनपुर। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा ने किया निर्माणाधीन मेडिकल कालेज निरीक्षण 

प्रधानाचार्य मौके से रहे नदारद जताई नाराजगी

जौनपुर। उत्तर प्रदेश शासन के प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने बुधवार को उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय का निरीक्षण किया। मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य की कमियां दूर करने का सख्त निर्देश दिया। मेडिकल कॉलेज में द्वितीय वर्ष की कक्षाओं की जरूरत के लिए लैब और लेक्चर हॉल हर हाल में उपलब्ध कराने के आदेशित किया।  आईपीडी यानी मरीजों के उपचार के लिए डेढ़ सौ बेड का अस्पताल जल्द से जल्द चालू करने का निर्देश दिया है। मेडिकल कॉलेज का प्रमुख सचिव चिकित्सा और शिक्षा आलोक कुमार ने औचक निरीक्षण किया। दिन के अंधेरे में बुधवार को टॉर्च लाइट में प्रमुख सचिव ने मेडिकल कॉलेज की विभिन्न बिल्डिंग का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्माण इकाई राजकीय निर्माण निगम टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड व बालाजी लिमिटेड कंपनी के जिम्मेदारों को जमकर फटकार लगाई। दूसरे सत्र को सुचारू रूप से शुरू कराने के लिए उन्होंने 15 नवंबर से पहले व्यवस्था को दुरुस्त कराने का निर्देश दिया है। प्रमुख सचिव ने लगभग 2 घंटे 36 मिनट तक मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया है। इस दौरान प्रधानाचार्य शिवकुमार मौके से नदारद मिले, उन्होंने इस पर नाराजगी जताई। क्योंकि उनके आने की सूचना पहले से दी गई थी इसके बाद भी प्रधानाचार्य मौके से गायब मिले। हालांकि उन्होंने परिसर के सभी भवनों व बिजली पानी छात्रावास पठन-पाठन कक्ष लाइब्रेरी आज का निरीक्षण किया और सब पर खामियां मिली सब पर नाराजगी जाहिर की। हालांकि उनके साथ जिले के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा सीडीओ सलीम सई तेजा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

मोबाइल लाइट के सहारे 2 घंटे जायदा तक होता रहा निरीक्षण


जौनपुर। बुधवार की सुबह 9 बजे प्रमुख सचिव चिकित्सा और शिक्षा आलोक कुमार ने सिद्धीकपुर स्थित उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (मेडिकल कॉलेज) का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान लाइट न होने की वजह से अंधेरे में मोबाइल लाइट के की सहायता से कई बिल्डिंग का निरीक्षण किया गया। प्रमुख सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि 9 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया गया था। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद वो मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करने के लिए आए हुए हैं। इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के नोडल अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी सीलम साईं तेजा ने बताया कि बेसमेंट में रोशनी की उपलब्धता नहीं थी। उन्होंने कहा की लाइट से संबंधित व्यवस्था को दुरुस्त कराया जा रहा है। 

खामियों के चलते सचिव के आने के पहले गायब हुए प्रिंसिपल 

जौनपुर। प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के औचक निरीक्षण के बाद उसमें काफी खामियां मिली। जिस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी भी जाहिर की थी और खामियों को बारीकी से जांच करने के लिए उन्होंने प्रमुख सचिव चिकित्सा और शिक्षा आलोक कुमार को जिम्मेदारी दी। प्रमुख सचिव आलोक कुमार को जौनपुर पहुंचने के पहले ही प्रिसिंपल खिसक लिए। चर्चा है कि प्रिंसिपल शिवकुमार मौके से गायब होने के पीछे यह बताया जाता है कि तमाम खामियों पर वह जवाब नहीं दे पाते। इसलिए उन्होंने छुट्टी लेना मुनासिब समझा और छुट्टी भरकर वह मौके से गायब हो गए। इस बारे में जानने के लिए उन्हें फोन लगाया गया तो वह संपर्क नहीं हो पाया। बताया जाता है कि मेडिकल कॉलेज में भारी खामियां के साथ तमाम समस्याएं हैं। जिसके चलते पठन-पाठन सुचारू रूप से नहीं चल पा रहे है।  छात्रों के लिए बिजली पानी शौचालय छात्रावास की कोई व्यवस्था नहीं है। जिसकी शिकायत पर प्रमुख सचिव ने निरीक्षण किया।

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