रिपोर्ट शोभित अवस्थी
हरदोई। शहर कोतवाली क्षेत्र के आवास विकास के मोहल्लेवासियों ने दरोगा पर अभद्रता व गाली -गलौज करने का आरोप लगाया है। जिसमें मोहल्लेवासियों ने एसपी को प्रार्थना -पत्र देकर आरोपी दरोगा को मोहल्ले से निष्कासित करने की गुहार लगाई हैं।
आपको बताते चले कि शहर कोतवाली क्षेत्र के आवास विकास के लोगों ने एसपी से दरोगा की शिकायत की हैं। जिसमें करीब दो दर्जन मोहल्लेवासियों ने दरोगा पर अभद्रता व गाली -गलौज करने का आरोप लगाया हैं। मोहल्लेवासियों ने दिए प्रार्थना -पत्र के माध्यम से बताया कि दरोगा केपी सिंह आवास विकास में किराए के मकान में परिवार सहित रहते हैं। और वह दैनिक रूप से शराब पीकर मोहल्ले में रहने वाले पड़ोसियों को गाली -गलौज व मारपीट करते हैं। इसी दौरान दरोगा केपी सिंह जांघिया पहन कर पूरे मोहल्ले में अपने आपको रावण बताते हैं। और मां -बहन के सामने अभद्रता करते हुए घरों में घुसने की कोशिश करते हैं। जो सामने पड़ जाता हैं, उसको गाली -गलौज करते हुए मारपीट करते हैं। दरोगा के इस रवैये के कारण पूरे मोहल्ले में भय का माहौल व्याप्त हैं। मोहल्लेवासियों के मुताबिक इनके मकान मालिक को भी कई बार बताया जा चुका हैं, और 112 पर कई बार डायल करके बताया गया है। लेकिन दरोगा केपी सिंह के मारपीट करने पर पुलिस सुरक्षा हेतु आती हैं, और दरोगा को लेकर चली जाती हैं, लेकिन विभागीय कर्मचारी होने के कारण दरोगा को कुछ घंटे में छोड़ दिया जाता हैं। जिसके बाद घर वापस आने पर दरोगा केपी सिंह फिर अभद्रता और गाली -गलौज करने पर आमादा हो जाते हैं। जिससे पड़ोसियों का जीना हराम हैं, और उनमें किसी अप्रिय घटना का भय बना हैं।
आपको बताते चले कि शहर कोतवाली क्षेत्र के आवास विकास के लोगों ने एसपी से दरोगा की शिकायत की हैं। जिसमें करीब दो दर्जन मोहल्लेवासियों ने दरोगा पर अभद्रता व गाली -गलौज करने का आरोप लगाया हैं। मोहल्लेवासियों ने दिए प्रार्थना -पत्र के माध्यम से बताया कि दरोगा केपी सिंह आवास विकास में किराए के मकान में परिवार सहित रहते हैं। और वह दैनिक रूप से शराब पीकर मोहल्ले में रहने वाले पड़ोसियों को गाली -गलौज व मारपीट करते हैं। इसी दौरान दरोगा केपी सिंह जांघिया पहन कर पूरे मोहल्ले में अपने आपको रावण बताते हैं। और मां -बहन के सामने अभद्रता करते हुए घरों में घुसने की कोशिश करते हैं। जो सामने पड़ जाता हैं, उसको गाली -गलौज करते हुए मारपीट करते हैं। दरोगा के इस रवैये के कारण पूरे मोहल्ले में भय का माहौल व्याप्त हैं। मोहल्लेवासियों के मुताबिक इनके मकान मालिक को भी कई बार बताया जा चुका हैं, और 112 पर कई बार डायल करके बताया गया है। लेकिन दरोगा केपी सिंह के मारपीट करने पर पुलिस सुरक्षा हेतु आती हैं, और दरोगा को लेकर चली जाती हैं, लेकिन विभागीय कर्मचारी होने के कारण दरोगा को कुछ घंटे में छोड़ दिया जाता हैं। जिसके बाद घर वापस आने पर दरोगा केपी सिंह फिर अभद्रता और गाली -गलौज करने पर आमादा हो जाते हैं। जिससे पड़ोसियों का जीना हराम हैं, और उनमें किसी अप्रिय घटना का भय बना हैं।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know