कवि सम्मेलन में छलके कवियों के तमाम रस, बही काव्यधारा
गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरों
अम्बेडकरनगर। जनपद मुख्यालय के कस्बा शहजादपुर मयूर रिजॉर्ट में दैनिक जागरण परिवार द्वारा कवि सम्मेलन आयोजित हुआ। साहित्य जब फैलता है तो आंचल में जमाने को समेट लेता है। जिंदगी सुख और दुख के दो किनारों को छूती हुई संवेदना की गंगोत्री में नहाने लगती है। दैनिक जागरण के कवि सम्मेलन का मुख्य आकर्षण बने कवियों ने साहित्य सरोवर में रातभर जगमगाए काव्य रचनाओं के दीप।
काव्यसाधकों ने यथार्थ की खुरदुरी जमीन पर सरकती जिंदगी को दुलारा वहीं राजनीतिक विद्रूपीकरण को आइना भी दिखाया। मंच पर कवियों का मनहर समागम हुआ तो साहित्य के तमाम रस छलकते गए। हास्य बोध ऐसा कि आंसुओं के साथ ठहाके निकले। रचनाओं की धारा में मिलन का मर्म और जुदाई का गम तैरता रहा। क्रांति की पुण्य भूमि साहित्य की रिमझिम में रात भर नहाई। दैनिक जागरण की काव्यगंगा में साहित्य के दीये खूब जगमगाए।
कायवित्री स्वेता सिंह के द्वारा सरस्वती वन्दना पाठ से कवि सम्मेलन का आगाज हुआ। आए हुए कवियों की रचनाओं ने श्रोताओं का मन मोह लिया।दैनिक जागरण परिवार ने कवियों को माल्यार्पण और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर मौजूद लोगों में दैनिक जागरण परिवार सहित सैकड़ों श्रोता उपस्थित रहे।
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