औरैया // जिले के होम्योपैथिक व आयुर्वेदिक अस्पतालों में सिर्फ ओपीडी की ही व्यवस्था है मरीज भर्ती होने के लिए किसी अस्पताल में जगह नहीं है जिले में होम्योपैथिक के 9 आयुर्वेद के 21 जबकि यूनानी के 2 अस्पताल संचालित हैं जिसमें से अधिकांश अस्पताल के पास खुद की बिल्डिंग नहीं है सभी अस्पतालों में डॉक्टरों की भी भारी कमी है हालांकि अंग्रेजी दवाओं की अपेक्षा इन दवाओं के प्रति लोगों का रुझान भी कम रहता है जिसके चलते अस्पतालों में कम मरीज ही पहुंचते हैं शनिवार को 50 शैय्या जिला अस्पताल के द्वितीय तल पर स्थित होम्योपैथिक जिला अस्पताल में डॉक्टर प्रवीन मरीजों को देख रही थीं उनके पास दो महिला मरीज बैठीं हुईं थी उन्होंने बताया कि करीब 50 से 60 मरीज प्रतिदिन नए आते हैं जबकि 30-40 मरीज पहले से दवा ले रहे होते हैं यानी रोजाना करीब 80-90 मरीज पहुंचते हैं अस्पताल में सिर्फ ओपीडी ही चलती है मरीजों के भर्ती की यहाँ अभी तक कोई भी व्यवस्था नहीं है ब्रह्म नगर स्थित बर्फ फैक्ट्री वाली गली में आयुर्वेदिक अस्पताल खुला हुआ था वहां इक्का-दुक्का मरीज दिखाई दिए वहां मौजूद कर्मचारी ने बताया कि इस समय लगभग सभी दवाएं उपलब्ध हैं जिन दवाओं की डिमांड होती है वह सभी दवाएं आ जाती हैं बताया कि प्रतिदिन 40 से 50 मरीज अस्पताल में आते हैं बता दें कि होम्योपैथिक व आयुर्वेद के प्रति बहुत लोगों का कम रुझान है जिन लोगों का रुझान है उन्हें दवा लेने जाने पर वहां से पूरी दवाई नहीं मिलती हैं जिसके चलते एक दो बार जाने पर कई लोग फिर जाना बंद कर देते हैं मरीजों से जानकारी के अनुसार न आने का मुख्य कारण दवा होते हुए भी मरीज को बाहर से दवा लेने को बोल दिया जाता है। 


  

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