मथुरा/ गोकुल। उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद तथा जी एल ए विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे सांझी  महोत्सव में सांस्कृतिक प्रस्तुति के कार्यक्रम में ओपन ऑडीटोरियम लोकगीतों से गूंज उठा।
सांझी महोत्सव में शनिवार को शाम ब्रज के लोकगीत, जिकड़ी भजन और रसिया के कार्यक्रम हुए। कार्यक्रम में सबसे पहले गायक महावीर सिंह चाहर व साथी कलाकारों ने जिकड़ी भजन गाकर सबको मुग्ध कर दिया। राम रसिक ब्रजवासी कमई वालों ने ब्रज के रसिया पेश किए।
इस मौके पर लोकनृत्य प्रस्तुत किये गये। नृत्यांगना भारती शर्मा के ग्रुप ने लोक नृत्य पेश किया। 
प्रसिद्ध कलाकार ओमप्रकाश डागुर ने लोकगीत  प्रस्तुत किए, जिसमें-
" मेरे बांके बिहारी पीया चुरा लिया मेरा जीया,
"नेन में श्याम समाइयौ मौहि प्रेम कौ रोग लाइगौ, आदि भजन प्रस्तुत किए गए।
रसखान समाधि परिसर में लोकगीत प्रस्तुत करते अरुण रावल ने अपनी टीम के साथ भजनों की प्रस्तुति दी- "बाल कृष्ण का हुआ दीवाना 
लगन लगी रसखान की 
हिर्दय बिच बसी बो झांकी 
गोकुल के भगबान की" 
"होबे जनम बड़े भागंन सु 
 भइया जा ब्रज धाम में" प्रस्तुत किया।
उनके साथ कलाकार राम अवतार , मुकेश नगर , दीपक फनकार , सहबाज , दिनेश ,राकेश ,गौरव , सतीश ने गायन में भाग लिया।

राजकुमार गुप्ता 

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