प्रयागराज। ठहरे हुए समाज को गति देना है पत्रकारिता का कार्य-  रमाकांत त्रिपाठी

बरौत कस्बे मेंभारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघकी बैठक संपन्न

प्रयागराज। पत्रकारिता का कार्य है ठहरे हुए समाज को सांस और गति देना। जो समाज बनने वाला है, उसका स्वागत करना। समाज को सूचना देना व जागरुक करना, नयी रचनाशीलता और नयी प्रतिभाओं को सामने लाना है। उक्त बातें भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के जिलाध्यक्ष रमाकांत त्रिपाठी ने बरौत कस्बे मेंआयोजित संगठन के पत्रकारों  की एक बैठक में कहीं।

जिला सचिव एवं हंडिया प्रभारी अमरजीत बिन्द ने कहा कि साहित्य व पत्रकारिता दोनों अन्योन्यश्रित है, दोनों अभेद है। जहां साहित्यकारों ने अच्छी पत्रिकाएं निकाली है वही अच्छे  पत्रकारों ने यशस्वी साहित्यकार भी पैदा किये, यशस्वी साहित्य भी पैदा किया इस तरह दोनों का एक अभेद हमें दिखाई देता है। जिला सचिव एवं फुलपुर प्रभारी जय सिंह अग्रहरी कहा कि पत्रकारिता को साहित्य से शक्ति मिलती है इसके विकास में साहित्य का महत्वपूर्ण योगदान होता है। जिला संयुक्त सचिव पुरुषोंत्तम मिश्र ने कहा कि नारद को हमारी परंपरा में आदि पत्रकार कहा गया हैं। उन्होने जो भी प्रयत्न किए उनका मकसद लोकमंगल ही होता था। 

तहसील अध्यक्ष हंडिया रजनीश शुक्ला ने कहा कि पत्रकारिता अपने उद्भव के उषाकाल से ही लोकमंगल का संकल्प लेकर चली है ठीक इसी तरह साहित्य में भी लोकमंगल ही उसके केंद्र में है। हिंदी पत्रकारिता की शुरूआत होती है। एक सीमित संसाधन और कमजोर आर्थिक स्थिति वाले व्यक्ति जिनके पास मीडिया हाउसेस नहीं थे लेकिन बावजूद इसके उनका संकल्प बहुत बड़ा था। आगे चलकर उस संकल्प का परिणाम भी हमें दिखाई देता है।कार्यक्रम में मीडिया प्रभारी सुशील पाल,नितेश मिश्र,प्रमोद मिश्र,धर्मेंद्र सिंह,रामजी साहू,राजेश गुप्ता, सिंह,राजेंद्र तिवारी,रंजीत सिंह,चंद्रभूषण बिंद आदि पत्रकार मौजूद रहे।

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