जौनपुर। कोटेदार की मनमानी से कार्डधारक परेशान, विरोध के बाद भी कोई सुनवाई नहीं
जौनपुर। भारत सरकार के खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा सभी राज्य के जिले में सभी ग्राम पंचायत अन्तर्गत सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों से सभी प्रकार के कार्डधारकों राशन मुहैया कराना ही सरकार का मुख्य ध्येय है परन्तु उस क्रम में विकास खण्ड मड़ियाहूं ग्राम पंचायत कुरनी दुकान नम्बर 20642048 कोटेदार मीरा देवी पत्नी प्रेमचन्द्र सरोज को जिला आपूर्ति खाद्य एवं रसद विभाग का वरदहस्त प्राप्त कोटेदार प्रतिमाह रसद सामग्री आवंटित करने के पश्चात भी राशन को लगातार 3 महीनों से नहीं बांटा है। स्थानीय लोगों द्वारा कितनी बार विरोध किया गया, लेकिन कोटेदार ने पूरे ग्रामसभा के सामने प्रेमचन्द सरोज ने ललकारते हुए कहा कि जो करना हो, कर लो मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता है। क्योंकि कोटेदार मैं नहीं, मेरी पत्नी है जो महिला है, इसलिये कोई कुछ नहीं कर सकता। विवाद करोगे तो उल्टे तुम्हारे ऊपर मुकदमा हो जाएगा और जाओगे जेल। सूचनाओं की मानें तो उपभोक्ता के हिस्से की सामग्री को बेच दिया जाता है या विभागीय मिलीभगत से क्या होता है। यह तो जिलापूर्ति अधिकारी के संज्ञान में होना चाहिए। कुरनी ग्राम पंचायत के लोग कोटेदार मीरा देवी पत्नी प्रेमचन्द सरोज से अत्यधिक परेशान व हलाकान है। ग्रामवासियों की पीड़ा को आखिर देखे/सुने कौन? आपूर्ति निरीक्षक कभी भी कोटेदारों तक पहुंचते ही नहीं, बल्कि बीच में ही उनकी भरपूर ढंग से पूजा करके विदा कर दिया जाता है। क्या अधिकारियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के कोटे की जांच की जाती है? क्या स्थानीय लोगों को रसद सामग्री से लाभान्वित किया जा रहा है या नहीं? आपूर्ति विभाग कुरनी ग्रामसभा जाकर निरीक्षण कराकर उचित निर्णय लें जिससे ग्रामवासी लाभान्वित हो सके।
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