मथुरा।।
वृन्दावन शोध संस्थान द्वारा आयोजित दस दिवसीय सांझी महोत्सव का समापन रविवार को हुआ। इस दौरान पधारे अतिथियों ने महोत्सव अंतर्गत संयोजित जल, रंग एवं गोबर सांझी, सांझी संबंधी पांडुलिपि एवं खाकों आदि का अवलोकन करने के साथ ही सांझी की आरती मनोरथ में स्वामी महेशानंद सरस्वती, जिला विद्यालय निरीक्षक मथुरा, संस्थान अध्यक्ष आर.डी.पालीवाल सहित सहभागिता की। इस दौरान स्वामी महेशानंद सरस्वती ने कहा वृंदावन शोध संस्थान द्वारा आयोजित दस दिवसीय सांझी महोत्सव संस्कृति प्रेमियों के साथ नई पीढ़ी के लिए उपयोगी सिद्ध हुआ। भावी पीढ़ी में संस्कृति के प्रति श्रद्धा एवं जिज्ञासा उत्पन्न करने के लिए संस्थान महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक मथुरा भास्कर मिश्र ने कहा वृंदावन शोध संस्थान द्वारा किये जा रहे प्रयास सराहनीय है। आसाम से पधारे संस्कृतिविद सत्यरंजन बौहरा ने कहा सांझी प्रेम का प्रतीक है, इस दिशा में वृंदावन शोध संस्थान के कार्य प्रेरणास्पद हैं। आचार्य वृंदावनबिहारी गोस्वामी ने कहा सांझी परंपरा के विषय में प्रकाश डाला। डाॅ.चंद्रप्रकाश शर्मा ने कहा दस सांझी महोत्सव के माध्यम से विद्यार्थियों को सांझी परंपरा के विषय में समझने का अवसर मिला है। इसी के साथ ही इससे शोध अध्येता भी लाभान्वित होंगे। अतिथि का स्वागत संस्थान के निदेशक डाॅ.अजय कुमार पांडेय ने किया। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए संस्थान अध्यक्ष आर.डी.पालीवाल ने कहा वृंदावन शोध संस्थान पिछले पांच दशकों से संस्कृति की सेवा में समर्पित है। इस प्रकार के पारंपरिक उत्सवों के आयोजनों द्वारा संस्थान का उद्देश्य नई पीढ़ी को संस्कृति से जोड़े रखना है। कार्यक्रम अंतर्गत भगवानदास शर्मा द्वारा सांझी पद गायन का मनोहारी प्रस्तुतिकरण किया गया। कार्यक्रम में हजारीमल सोमाणी न.पा.इंटर कालेज, प्रेम महाविद्यालय, नगर निगम बालिका इंटर कालेज, विद्यापीठ इंटर कालेज, श्रीगुलाबहरि संस्कृत माध्यमिक विद्यालय, जीएसवी इंटर छटीकरा, राजकीय इंटर कालेज मथुरा एवं राजकीय इंटर लोहवन के शिक्षकों ने सहभागिता कीं। इस अवसर पर सचिव प्रवीण गुप्ता, शासी परिषद सदस्य पं.उदयन शर्मा, शासी परिशद सदस्य राधाकृष्ण पाठक, सुरेशचंद्र शर्मा, वेदप्रकाश शर्मा, राकेशनारायण आचार्य, विजय कुमार शर्मा, कविता सक्सेना, राधेश्याम शर्मा सहित अनेक जन उपस्थित रहे।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know