अमृत सरोवरों के निर्माण में उत्तर प्रदेश टॉप पर
लखनऊ: 05 सितम्बर 2022
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल दिशा निर्देशन में संचालित की जा रही सरकार की अत्यंत महत्वाकांक्षी व जनोपयोगी योजना अमृत सरोवरो के विकास के मामले में उत्तर प्रदेश टॉप पर है। ग्राम्य विकास विभाग द्वारा मनरेगा के तहत जल संचयन व जल संरक्षण के उद्देश्य से कराये जा रहे इस कार्य को मुकम्मल अन्जाम देने के लिए तेजतर्रार और चुनिन्दा अधिकारियों की टीम लगायी गई है, यही नहीं स्टेट लेवल से भी इस महत्वपूर्ण कार्य पर पैनी नजर रखी जा रही है, जिलों में भी अमृत सरोवरो के विकास पर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है, जिसके उत्साहजनक परिणाम भी परिलक्षित हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि इस कार्य को अमलीजामा पहनाने में जहां ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा सक्रिय भागीदारी की जा रही है, वहीं जनप्रतिनिधियों व खासतौर से ग्राम प्रधानों द्वारा भी विशेष रूचि ली जा रही है। यह अमृत सरोवर जीवन बचाने के साथ-साथ जीविका का साधन भी बनेंगे।
ग्राम्य विकास आयुक्त श्री जी0एस0 प्रियदर्शी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 15445 अमृत सरोवरो का चिन्हांकन कर लिया गया है, इसके सापेक्ष 10672 अमृत सरोवर पर कार्य चालू है, जिसमें 8407 पूरी तरह डेवलप कर लिये गये हैं और यह प्रक्रिया लगातार जारी है। मध्यप्रदेश मंे 5993, राजस्थान में 5057, तेलंगाना मंे 4090, और गुजरात में 2778 अमृत सरोवरो का चिन्हांकन किया गया है, जिनके सापेक्ष मध्यप्रदेश मे 5372, राजस्थान मंे 3268, तेलंगाना मे 2717 और गुजरात में 2471 पर कार्य चालू है।
अपर आयुक्त मनरेगा श्री योगेश कुमार ने बताया कि देश में 21399 अमृत सरोवर कम्प्लीट हुये है, जिसमें उत्तर प्रदेश में 8407 और अन्य प्रदेशो के ज्वाइंट रूप से 12992 कम्प्लीट हुये हैं। अमृत सरोवरों के विकास में उत्तर प्रदेश की प्रोग्रेस 39 प्रतिशत है, और बाकी राज्यों की मिलाकर कुल प्रोग्रेस 61 प्रतिशत है।
लखनऊ: 05 सितम्बर 2022
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल दिशा निर्देशन में संचालित की जा रही सरकार की अत्यंत महत्वाकांक्षी व जनोपयोगी योजना अमृत सरोवरो के विकास के मामले में उत्तर प्रदेश टॉप पर है। ग्राम्य विकास विभाग द्वारा मनरेगा के तहत जल संचयन व जल संरक्षण के उद्देश्य से कराये जा रहे इस कार्य को मुकम्मल अन्जाम देने के लिए तेजतर्रार और चुनिन्दा अधिकारियों की टीम लगायी गई है, यही नहीं स्टेट लेवल से भी इस महत्वपूर्ण कार्य पर पैनी नजर रखी जा रही है, जिलों में भी अमृत सरोवरो के विकास पर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है, जिसके उत्साहजनक परिणाम भी परिलक्षित हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि इस कार्य को अमलीजामा पहनाने में जहां ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा सक्रिय भागीदारी की जा रही है, वहीं जनप्रतिनिधियों व खासतौर से ग्राम प्रधानों द्वारा भी विशेष रूचि ली जा रही है। यह अमृत सरोवर जीवन बचाने के साथ-साथ जीविका का साधन भी बनेंगे।
ग्राम्य विकास आयुक्त श्री जी0एस0 प्रियदर्शी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 15445 अमृत सरोवरो का चिन्हांकन कर लिया गया है, इसके सापेक्ष 10672 अमृत सरोवर पर कार्य चालू है, जिसमें 8407 पूरी तरह डेवलप कर लिये गये हैं और यह प्रक्रिया लगातार जारी है। मध्यप्रदेश मंे 5993, राजस्थान में 5057, तेलंगाना मंे 4090, और गुजरात में 2778 अमृत सरोवरो का चिन्हांकन किया गया है, जिनके सापेक्ष मध्यप्रदेश मे 5372, राजस्थान मंे 3268, तेलंगाना मे 2717 और गुजरात में 2471 पर कार्य चालू है।
अपर आयुक्त मनरेगा श्री योगेश कुमार ने बताया कि देश में 21399 अमृत सरोवर कम्प्लीट हुये है, जिसमें उत्तर प्रदेश में 8407 और अन्य प्रदेशो के ज्वाइंट रूप से 12992 कम्प्लीट हुये हैं। अमृत सरोवरों के विकास में उत्तर प्रदेश की प्रोग्रेस 39 प्रतिशत है, और बाकी राज्यों की मिलाकर कुल प्रोग्रेस 61 प्रतिशत है।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know