नगर में गणेशोत्सव की धूम ।
देवताओं में श्री गणेश की पूजा अर्चन सर्व प्रथम की जाती है । हर साल की तरह इस साल गणेश चतुर्थी के दिन से ही श्रद्धालु अपने आराध्य देव श्री गणेश को अपने घरों में लाते हैं और पूरे विधि विधान से श्री गणेश जी की पूजा अर्चन करते हैं । ऐसा कहा जाता है कि श्री गणेश जी विध्नहर्ता संकटहर्ता है और अपने भक्तों और श्रद्धालुओं के सारे मनोकामना को पूर्ण करते हैं इसलिए लोगो मे श्री गणेश जी के प्रति आस्था सालों साल बढ़ती ही जा रही है। पिछले साल की अपेक्षा इस साल भी लोगों ने अपने घरों में श्री गणेश जी छोटी मूर्ति रख कर उनकी पूजा अर्चन कर रहे हैं साथ ही शहर विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पांडाल में गणपति बप्पा जी की विशाल प्रतिमा रख कर उनकी प्रतिदिन पूजन किया जा रहा है। गणेश पूजन की परंपरा महाराष्ट्र से शुरू हुई जहां सभी धर्म के लोग भगवान श्री गणेश जी की पूजा बड़े धूम धाम से मनातें है । महाराष्ट्र में हर घरों में गणपति पूजा और गणपति बप्पा मोरया मंगल मूर्ति मोरया की नारों से सारा महाराष्ट्र में गूंज सुनाई देती है। महाराष्ट्र की तरह अयोध्या में भी श्री गणेश गणपति बप्पा की विशाल प्रतिमा जमुनिया बाग , रिकाबगंज , साहबगंज और अवधपुरी कालोनी अमानीगंज में रखी गई है जहां गणपति बप्पा मोरया मंगल मूर्ति मोरया की गूंज और भगवान गणेश की पूजन अर्चन कर रहे हैं। पूरा शहर आज गणपति बप्पा की नारों की गूंज रही है।
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