उत्तर प्रदेश जनपद -गोरखपुर जिले में कूटरचित दस्तावेज के सहारे परिषदीय स्कूल में 12 वर्षों से कार्यरत शिक्षिका एसटीएफ की जांच में फर्जी निकली है। एसटीएफ ने जांच रिपोर्ट बीएसए कार्यालय को सौंपकर कार्रवाई का निर्देश दिया है। जिसके बाद से विभाग की ओर से शिक्षिका की बर्खास्तगी की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है।
भटहट ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय रामपुर बुजुर्ग में कार्यरत सहायक अध्यापक ममता कुमारी के खिलाफ एसटीएफ को कूटरचित दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने की शिकायत मिली थी। जांच के दौरान शिक्षिका की ओर से इस्तेमाल किए गए शैक्षणिक दस्तावेज फर्जी मिले हैं।
*अब तक 86 फर्जी शिक्षक हुए हैं बर्खास्त*
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से अब तक कूटरचित दस्तावेजों के सहारे जिले के परिषदीय विद्यालयों में नौकरी हासिल करने वाले 86 शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है, जबकि 84 शिक्षकों पर जिले के अलग-अलग थानों में संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों ने मुकदमा दर्ज कराया है। इन शिक्षकों ने दशकों तक कूटरचित दस्तावेज के पर नौकरी कर 39 करोड़ 93 लाख, 45433 रूपये वेतन के रूप में लिए हैं।
बीएसए आरके सिंह ने कहा कि कूटरचित दस्तावेज के सहारे कार्यरत शिक्षिका की जांच रिपोर्ट एसटीएफ की ओर से विभाग को मिली है। शिक्षिका को बर्खास्त किया जाएगा। इसके लिए कार्रवाई चल रही है।
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