अम्बेडकर नगर जनपद मे पितृऋण से उद्धार पाने के लिए जनपद के शहरी और ग्रामीणांचलों से सैकड़ों तीर्थयात्री गया धाम की यात्रा के लिए मंगलवार को निकले। आलापुर तहसील क्षेत्र से करीब तीन-चार बसों से यात्री दल ने मंगलवार की रात में प्रस्थान किया।
आलापुर के यात्रा दल लेकर जा रहे एक दल के संयोजक पंडित महावीर प्रसाद ने बताया कि हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार पुत्र के लिए अपने मृत माता-पिता और पिता और माता पक्ष की तीन पीढ़ियाें के अलावा कुल में असमय काल कवलित हुए परिजन और नि:संतान गुजर चुके आत्मीय, दुर्घटना में मरे हित, मित्र के अलावा घर के सेवकों की आत्मा की शांति के लिए गया धाम में पिंडदान किया जाता है। इससे पितर तृप्त होते हैं और उन्हें देवता का दर्जा मिलता है। ठाकुरद्वारा जगन्नाथ धाम को कहते हैं। बहुधा लोग इन दोनाें स्थानों की यात्रा एक साथ करते हैं। पितराें के संतुष्ट होने पर वंश वृद्धि, परिवार में सुख, शांति आती है। यात्री बस के संचालक ने बताया कि काशी के पिशाच मोचन, बिहार प्रांत के पुनपुन, गया धाम में पित्रश्राद्ध करने और पिंडदान के बाद, फाल्गु नदी के तट पर बालुका से पिंडदान देने के बाद प्रेतशिला पर पितरों के लिए सत्तू उड़ाया जाता है। उसके बाद यात्रियों का दल भुवनेश्वर, गंगासागर, कोलकाता, उड़ीसा में जगन्नाथ पुरी, विंध्याचल, चित्रकूट, प्रयाग, अयोध्या होकर पुन: वापस जनपद में लौटेगा। अयोध्या के भदरसा में पिंडदान होगा। अंतिम पिंडदान बद्रीनाथ में किया जाता है। जिसकी यात्रा गर्मियाें में होगी।
इन दिनों चल रहे पितृपक्ष में आलापुर तहसील क्षेत्र के कई गांवों से अपने पुरखों के पिंडदान के लिए लोग गया धाम जा रहें हैं। मंगलवार को क्षेत्र के शहाबुद्दीनपुर निवासी अमरेंद्र त्रिपाठी के पिता पूर्व बीआरसी चंद्रभान त्रिपाठी पुरखों को गया श्राद्ध करने के लिए प्रस्थान किए।
इस मौके पर गया धाम जा रहे। चंद्रभान त्रिपाठी के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष मिथिलेश त्रिपाठी,पूर्व विधायक त्रिवेणी राम,वरिष्ठ भाजपा नेता यमुना प्रसाद चतुर्वेदी,खण्ड शिक्षा अधिकारी जौनपुर शैलेंद्र कुमार त्रिपाठी,चंद्रप्रकाश पाण्डेय,शांतिभूषण पाण्डेय संपादक ओंकारनाथ सिंह,राम केवल यादव,अजय कुमार पाण्डेय,पूर्व प्रधानाचार्य इण्टर काॅलेज भरतपुर श्याम सुन्दर दूबे,भाजपा जिलामंत्री अमरेंद्रकान्त सिंह,विपिन पाण्डेय,आनन्द दूबे,यशवन्त सिंह,भाजपा नेता श्रीप्रकाश मिश्र उर्फ सानू मिश्र,रामचंद्र मिश्र,संजय त्रिपाठी,अवनीश त्रिपाठी,मनीष त्रिपाठी,अंजनी तिवारी,भोलू मिश्र सहित उनके परिजन और गांव के लोगों ने भी गांव से सुदूर पैदल चलते हुए इन लोगों को विदाई दी।लोगों का मानना है गया धाम में अंतिम बार श्राद्ध करने से पितरों को मोक्षगति प्राप्त होती है।इसी मान्यता को लेकर पितृपक्ष में बड़ी संख्या में लोग गया के लिए प्रस्थान कर रहें है।
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