अम्बेडकरनगर: 22 हजार बेटियां उठा रहीं हैं कन्या सुमंगला योजना का लाभ
गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरों
अम्बेडकरनगर। करीब तीन वर्ष पहले शुरू हुई मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना जिले की 22 हजार बेटियों व उनके परिजनों के लिए लाभदायक साबित हो रही है। अलग-अलग किस्तों में सरकार अब तक बेटियों के परिवार को चार करोड़ 20 लाख 37 हजार रुपये उपलब्ध करा चुकी है।इस योजना के तहत सरकार बेटियों के जन्म से लेकर स्नातक की शिक्षा तक कुल छह किस्तों में 15 हजार रुपये प्रदान करेगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए बड़ी संख्या में आवेदन भी आ रहे हैं। विभाग की मानें तो जांच में 22 हजार से अधिक आवेदनकर्ता अपात्र भी पाए गए हैं।भ्रूण हत्या जैसे अपराध को रोकने के लिए प्रदेश सरकार तमाम प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की भी शुरुआत की है। वर्ष 2019 में शुरू हुई यह योजना अब तक 22 हजार 850 बेटियों के घरों तक पहुंच चुकी है। इस योजना के लिए वे बेटियां पात्र हैं, जिनका जन्म एक अप्रैल 2019 के बाद हुआ है।
इसके अलावा माता-पिता की आय तीन लाख रुपये वार्षिक से अधिक न हो। प्रत्येक परिवार की सिर्फ दो बेटियों को ही इसका लाभ मिलेगा। यदि पहला बच्चा बेटी या बेटा है और दूसरे प्रसव के दौरान जुड़वा बेटी होती है तो भी योजना का लाभ मिलेगा। यदि किसी ने अनाथ बालिका को गोद लिया है, तो उस स्थिति में सिर्फ दो बेटियों का लाभ दिया जाएगा। पात्रता की श्रेणी में सिर्फ उत्तर प्रदेश के निवासी ही पात्र माने जाएंगे।
महिला कल्याण अधिकारी शालिनी ओझा ने बताया कि विभाग की वेबसाइट पर अब तक 47 हजार 687 आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से पात्रता की जांच के बाद 22 हजार 850 पात्र पाए गए हैं। इन सभी को योजना का लाभ दिया जा रहा है। 2835 आवेदनों की जांच प्रक्रिया अभी जारी है। जांच के दौरान 22 हजार 2 आवेदन अपात्र होने के चलते निरस्त किए गए। शपथ पत्र की अनिवार्यता खत्म की गई हैं।
महिला कल्याण अधिकारी ने बताया कि आवेदकों की मुश्किलों को कम करने के लिए सरकार ने अब शपथ पत्र की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है। पहले आवेदकों को आवेदन के साथ 10 रुपये के स्टांप पर शपथ पत्र देना पड़ता था। परंतु अब तक इस अनिवार्यता से मुक्ति दे दी गई है। इससे आवेदकों को तहसील आदि का चक्कर लगाने से निजात मिली है।
योजना में मिलेगें 15 हजार रुपये
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत सरकार बेटियों को स्नातक की शिक्षा हासिल करने तक छह किस्तों में 15 हजार रुपये की रकम मुहैया कराएगी। जन्म होने पर प्रथम किस्त का लाभ दो हजार रुपये के रूप में मिलेगा। एक वर्ष की उम्र में टीकाकरण पूर्ण होने पर एक हजार, प्रथम कक्षा में प्रवेश लेने पर दो हजार, कक्षा छह में प्रवेश लेने पर दो हजार, कक्षा नौ में प्रवेश लेने पर तीन हजार, स्नातक/दो वर्षीय डिप्लोमा में प्रवेश लेने पर पांच हजार रुपये की अंतिम किस्त का भुगतान होगा।
पात्रों को दिलाया जा रहा हैं लाभ
कन्या सुमंगला योजना गरीब परिवार की बेटियों के लिए अच्छी योजना है। पात्रों को इसका लाभ पूरी पारदर्शिता के साथ दिलाया जा रहा है। मौजूदा समय में 22 हजार से अधिक पात्र जिले में योजना का लाभ ले रहे हैं। योजना का व्यापक प्रचार प्रसार भी कराया जा रहा है, जिससे पात्रों तक यह पहुंच सके।
राकेश कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी
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