हिंदी ब्यूरो चीफ प्रीतम शुक्ला की रिपोर्ट

*सोनभद्र के सलखन जीवाश्म पार्क को वर्ल्ड हेरिटेज घोषित कराएगी योगी सरकार, 150 करोड़ साल से अधिक पुराना है ये पार्क*

यूपी सरकार सोनभद्र स्थित जीवाश्म पार्क को वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित कराने में जुटी है। ये जीवाश्म तकरीबन 150 करोड़ साल पुराना है। अगर ये पार्क वर्ल्ड हेरिटेज की लिस्ट में शामिल हो गया तो प्रदेश में है


यूपी सरकार सोनभद्र में स्थित 150 करोड़ साल पुराने जीवाश्म को वर्ल्ड हेरिटेज की सूची में शामिल कराने जा रही है। इसके लिए अगले दो सालों में डोजियर तैयार कराकर यूनेस्को भेजा जाएगा। अगर सलखन जीवाश्म पार्क वर्ल्ड हेरिटेज साइट बन गया तो उस क्षेत्र में विकास को पंख लग जाएगा। यह पार्क अमेरिका के येलोस्टोन जीवाश्म पार्क से काफी बड़ा है। इसके अलावा ये उससे 40 करोड़ साल पुराना भी है।
यूपी के पर्यटन विभाग  ने सलखन जीवाश्म पार्क को वर्ल्ड हेरिटेज साइट की सूची में शामिल कराने के लिए अपनी दो वर्ष कार्ययोजना में शामिल किया है। यदि ये पार्क यूनेस्को की लिस्ट में शामिल हो गया तो राज्य में वर्ल्ड हेरिटज साइट्स की संख्या बढ़ कर चार हो जाएगी। वर्तमान में आगरा का ताजमहल, आगरा का लालकिला और फतेहपुर सिकरी ही वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स की सूची में शामिल हैं।

वाराणसी को वर्ल्ड हेरिटेज बनाने का डोजियर भेजा जा चुका है यूनेस्को

वाराणसी (काशी) को वर्ल्ड हेरिटेज सिटी घोषित किए जाने के लिए डोजियर तैयार कर तीन साल पहले ही यूनेस्को भेजा जा चुका है। इस डोजियर में सारनाथ के बौद्ध स्मारकों के साथ ही काशी के प्राचीन घाटों को प्रमुखता से शामिल किया गया है। बताया जाता है कि इस डोजियर में कुछ कमियां रह गई थीं जिसकी वजह से नये सिरे से डोजियर तैयार कर फिर से भेजने की तैयारी है। वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स के लिए डोजियर तैयार करने और यूनेस्को भेजने का काम भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के माध्यम से होता है।

दुनिया का सबसे बड़ा जीवाश्म पार्क है सलखन

सोनभद्र के सलखन में पहाड़ों पर छल्ले की आकृतियों से भरा जीवाश्म पार्क दुनिया का सबसे बड़ा जीवाश्म पार्क है। स्थानीय लोग इन जीवाश्म को पत्थर के फूल और पेड़ कहते हैं। दुनियाभर के भूवैज्ञानिक और जैविक इतिहास के जानकार लगातार इस पर शोध कर रहे हैं। जीवाश्म पार्क करीब 25 हेक्टेयर में विस्तारित है। ये जीवाश्म पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत के सूचक हैं। 

यह अनमोल धरोहर सोनभद्र जिले के कैमुर वन्‍यजीव अभयारण्‍य के अंदर स्थित है। जीवन के सृजन के साक्षी इन जिवाश्मों से यह पता चलता है कि 150 करोड़ वर्ष पूर्व यहां समुद्र की लहरें हिलोरें मारती थीं। बता दें कि 50 देशों के भूवैज्ञानिकों ने यहां भ्रमण के दौरान इसे दुनिया का सबसे अनमोल जीवाश्म पार्क कहा था। कहा था कि इससे खुबसूरत और स्पष्ट जीवाश्म दुनिया में कहीं और नहीं हैं।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने