जौनपुर। तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में तिरंगा यात्रा का आयोजन
जौनपुर। आजादी की 75 वीं वर्षगांठ “अमृत महोत्सव” के उपलक्ष्य में तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। तिरंगा यात्रा में एनसीसी और एनएसएस के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। तिरंगा यात्रा महाविद्यालय के पीजी भवन से प्रारंभ होकर, मुख्य द्वार, लाइन बाजार, पुलिस लाइन होते हुए महाविद्यालय के दक्षिणी गेट से महाविद्यालय परिसर में सभा के रूप में समाप्त हुई। सभा को संबोधित करते हुए प्रो. रजनीश सिंह ने कहा कि तिरंगा यात्रा के माध्यम से हम आजादी के लिए बलिदान देने वाले योद्धाओं को याद करते हैं। आजादी के अमृत महोत्सव में प्रत्येक देशवासी को अपने राष्ट्रीय प्रतीकों के प्रति सम्मान व्यक्त करना चाहिए तथा अपने कार्यों से देश को विकास के पथ पर अग्रसर करना चाहिए। कृषि रसायन शास्त्र के डॉ. वेद प्रकाश सिंह ने कहा कि आजादी के आंदोलन के समय इस तिरंगे के नीचे ही लाखों देशवासियों ने अपना बलिदान दिया। नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह आदि सेनानियों ने इसी तिरंगे को चूम कर, भारत माॅं की सेवा में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी प्रो. मनोज कुमार सिंह ने कहा कि देश की आन, बान और शान के प्रतीक तिरंगे के प्रति हमारा सम्मान अद्वितीय है, हम किसी भी कीमत पर इसकी रक्षा के लिए तत्पर रहेंगे। हिंदी विभाग के डॉ. महेंद्र कुमार त्रिपाठी ने कहा कि तिरंगा हमारी राष्ट्रीयता का प्रतीक है। इस तिरंगे के माध्यम से देश में अनेकता होते हुए हम एक सूत्र में बॅंधे हैं। वह क्षण कितना अविस्मरणीय रहा होगा जब इस तिरंगे के लिए देशभक्त बलिदानों ने अपना सब कुछ त्याग करके स्वातंत्र्य समर में अपने प्राणों की बाजी लगा दी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ माया सिंह ने कहा कि राष्ट्र का गौरव बढ़ाने वाले परम सम्माननीय, यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी एवं उत्तर प्रदेश के सम्माननीय मुख्यमंत्री योगी जी के नेतृत्व में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आज यह तिरंगा रैली हमें अपने देश की आजादी के लिए बलिदान देने वाले अमर वीर शहीदों की याद दिलाती है। इस महोत्सव को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाते हुए हम सभी भारतवासी एक सूत्र में बंधे हुए हैं, हर घर तिरंगा के माध्यम से सभी देशवासियों के दिलों में अपने राष्ट्र के प्रति त्याग, बलिदान और कुछ कर गुजरने का समर्पण भाव गुंजित हो रहा है। तिरंगे के तीनों रंग हमें शौर्य, वीरता , बलिदान शांति, खुशहाली की याद दिलाते हैं। कार्यक्रम में हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ सुषमा सिंह, डा0 राजदेव दुबे, डॉ सुभाष चंद विशोई, डॉ शुभ्रा सिंह, डॉ ओम प्रकाश सिंह, डॉ राजेंद्र प्रसाद गुप्त , श्री शैलेन्द्र प्रकाश सिंह चन्द्र प्रकाश गिरी आदि ने भी अपने विचार रखे।
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