एक ओर था विश्व में अपने राज्य में कभी सूर्यास्त न देखने वाला राज्य और राजा तो दूसरी ओर था लगभग ८०० वर्षों से निरंतर आक्रमण झेलता,२०० वर्षों से ग़ुलाम और लगभग १०० वर्षों से निरंतर कालजयी संघर्ष करने वाला छोटे-छोटे राज्यों और राजाओं में बँटा देश जिसने अपने संघर्ष और लाखों लाखों सरों के मूल्य पर उस दम्भी राज्य और राजा को आत्मसमर्पण करने के लिए विवश कर दिया।
ऐसे स्वाभिमानी और आत्मसम्मनी देश को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाइयाँ ।।
ब्राह्मण आशीष उपाध्याय
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