जौनपुर। दो शिक्षकों पर दलित उत्पीड़न को लेकर स्कूल का घेराव
जौनपुर। दलित उत्पीड़न का एक प्रकरण केराकत तहसील में आने से स्कूलों में लिखा "निस्वार्थ आये" "शिक्षार्थ जाये" का यह वाक्य अपनपा अर्थ खोता नजर आ रहा है। केराकत तहसील के डोभी अंतर्गत ज्ञानदायिनी शिशु पूर्व माध्यमिक विद्यालय कसिली के दो शिक्षको द्वारा गुरुवार की सुबह पढ़ रही छात्रा के साथ जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर उनके साथ दुर्व्यहार करने मामला सामने आया है। पीड़ित छात्रा रोते बिलखते घर जाकर जब प्रकरण को परिजनों को बताया तो सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण विद्यालय पहुंच घेराव कर इंसाफ दिलाने की मांग करने लगे। परिजनों ने बताया कि जब विद्यालय पहुंच अध्यापक की शिकायत की जा रही थी तभी प्रधानाचार्य ने जाति सूचक शब्द कह कर डंडा दिखाकर विद्यालय परिसर से भाग जाने की बात कही। परिजनों ने बताया कि अध्यापक के द्वारा जातिसूचक शब्दों से मेरी पुत्रियों से कहा जाता है कि तुम लोग नीच जाति के हो, तुम लोग गंदी नाली के कीड़े हो, सुधरोगे नही। इतना सुनकर मेरी पुत्रियां रोती हुई घर चली आई। मामले की जानकारी होते ही थानाध्यक्ष रमेश कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच मामला शांत करा कर दोनो शिक्षको को थाने लाकर जांच पड़ताल में जुट गई। दोनो पक्षों में सुलहसमझौते को लेकर तनावपूर्ण स्थिति बनी रही।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know