जनपद के सुबेहा थाना में एक मासूम की आंख और मुंह में कुछ लोगों ने फेवीक्विक चिपकाकर उसे तालाब में फेंक दिया. बच्चे का लखनऊ मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. बच्चे की मां की तहरीर पर शुक्रवार को पुलिस ने गांव ही एक महिला के खिलाफ आईपीसी की धारा 326 के तहत मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है.
सुबेहा थाना क्षेत्र के छिटनापुर के रहने वाले राजकुमार का पुत्र कन्हैया (6 वर्ष) बीती 25 अगस्त को करीब साढ़े चार बजे गांव के ही माताबक्स की दुकान पर सौदा लेने गया था. जब वो काफी देर तक घर नहीं लौटा तो परिजनों ने खोज खबर शुरू की. पिता ने जब दुकान पर जाकर पूछताछ की, तो पता चला कि कन्हैया वहां आया ही नही. इसके बाद परिजनों ने हर जगह उसकी तलाश शुरू की लेकिन कोई सुराग नही मिला.
देर शाम किसी ने खबर दी कि कन्हैया गांव के ही एक तालाब में पड़ा है. आनन फानन परिजन तालाब पहुंचे. कन्हैया की आंखें और मुंह किसी केमिकल से चिपके हुए थे.परिजनों ने तुरंत बेसुध कन्हैया को सीएचसी हैदरगढ़ ले गए, जहां डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया. वहां हालत गम्भीर होता देख डॉक्टर ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया.यह भी पढ़ें: बाराबंकी में पर्यावरण संरक्षण को लेकर छेड़ी मुहिम, लोगों को किया जा रहा जागरुकइस मामले में कन्हैया की मां सुनीता ने गांव में ही अपनी पड़ोसी उर्मिला पर इस वारदात को अंजाम देने का आरोप लगाया. सुनीता का आरोप है कि उसकी पिछले 03 महीनों से उर्मिला से रंजिश चली आ रही है. उर्मिला ने किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ मिलकर उसके बच्चे को रास्ते से ही उठा लिया और उसके मुंह और आंख में फेवीक्विक या कोई अन्य केमिकल डालकर मुंह और आंख बन्द करके तालाब में फेंक दिया. सुनीता के मुताबिक इलाज के दौरान कन्हैया ने उर्मिला का नाम बताया. जिसके आधार पर उसने मुकदमा दर्ज कराया है.
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