मिर्जापुर। यमुना की सहायक नदियों चंबल, बेतवा में पानी बढ़ने से गंगा का जलस्तर भी बढ़ने लगा है। शुक्रवार की शाम चार बजे के आंकड़ों के अनुसार प्रति घंटे तीन सेंटीमीटर की रफ्तार गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। खतरे के निशान से मात्र तीन मीटर नीचे जलस्तर रह गया है। इससे गंगा के तटवर्ती इलाकों कोन, सीखड़ के गांव पानी से घिरने लगे हैं।
शुक्रवार को 12 बजे गंगा का जलस्तर 74.32 मीटर रहा, वहीं चार बजे 74.44 मीटर पहुंच गया, जो खतरे के निशान से मात्र तीन मीटर नीचे है। गंगा में बढ़ाव का यही रुख रहा तो आने वाले दो से तीन दिनों में जलस्तर खतरे के निशान को पार कर जाएगा। खतरे का निशान 77.724 मीटर है। पिछले साल 12 अगस्त को खतरे के निशान को पार कर गंगा का जलस्तर 78.40 मीटर पहुुंच गया था। तेजी से बढ़ते गंगा के रुख को देखकर जिला प्रशासन ने भी सभी बाढ़ चौकियों को पहले से ही अलर्ट कर दिया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सदर तहसील में छानबे, कोन, मझवां, सिटी व पहाड़ी ब्लाक आते हैं। इसी तरह चुनार तहसील क्षेत्र में सीखड़ समेत अन्य गांव हैं। सीखड़: मझवां सीमा पर स्थित धननुपुर गांव गंगा के किनारे बसा है। बाढ़ का पानी धीरे- धीरे गांव की तरफ बढ़ रहा है। बजहा गांव निवासी किसान नागेश उपाध्याय की माने तो 11 बीघा के खेत में बाढ़ु का पानी पहुंच चुका है। प्रेमापुर, फुलहा, रामगढ़, सीखड़, गोरैया, लालपुर, भुवालपुर, कठेरवा, मवैया, मिशिरपूरा, मेडिया, बेदौली, बसारतपुर आदि गांव में बाढ़ का खतरा बढ़ ग
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