मथुरा ।।राष्ट्रवादी विचारधारा से ओतप्रोत, गत 46 वर्ष से हिन्दी साहित्य के सृजनधर्मी डॉ.दिनेश पाठक ‘शशि’ को उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान लखनऊ ने वर्ष-2021 का सर्वोच्च बाल साहित्य पुरस्कार "बाल साहित्य भारती पुरस्कार" (राशि ढाई लाख रुपये) उनके सम्पूर्ण बाल साहित्य लेखन के लिए प्रदान करने की घोषणा की है।
डॉ. दिनेश पाठक ‘शशि’ की अब तक 36 पुस्तकें मूल तथा 14 पुस्तकें उनके द्वारा सम्पादित, कुल पचास पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। साथ ही इन्होंने हिन्दी साहित्य की ं 9 पत्र-पत्रिकाओं का सम्पादन भी किया है। इनकी 20 पुस्तकें एमेजान एवं फिलपकार्ट पर भी पढ़ी जा सकती हैं।
इनके साहित्य पर एक शोध कार्य हो चुका है तथा इनके बालसाहित्य पर अन्य 2 शोध कार्य हो रहे हैं।
इनकी 3 बाल कहानियाँँ कक्षा 1, 4 एवं 6 के हिन्दी पाठ्यक्रम में शामिल की जा चुकी हैं।
ये गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग द्वारा राजभाषा सलाहकार समिति के लिए 5 वर्ष हेतु चयनित सदस्य हैं।
इनकी बालकहानी ‘भूल’ पर शॉर्ट फिल्म का निर्माण हो चुका है।
इन्हें भारत सरकार के प्रेमचंद पुरस्कार, भारत सरकार के लालबहादुरशास्त्री पुरस्कार, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का अमृतलाल नागर बाल कथा सम्मान, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का श्रीधर पाठक नामित पुरस्कार, नागरी प्रचारणी सभा आगरा का पुरस्कार, बाल पुस्तक न्यास दिल्ली सहित अब तक तीन दर्जन से अधिक साहित्यिक संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत एवं सम्मानित किया जा चुका हैं।
इनकी हिन्दी साहित्य की विविध विधाओं में लिखी गई सहस्राधिक रचनाएँँ सन् 1975 से देश-विदेश की पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित तथा सन् 1980 से आकाशवाणी-दूरदर्शन के विभिन्न चैनलों से प्रसारित हो रही हैं।
राजकुमार गुप्ता
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