उतरौला (बलरामपुर) समाजसेवी स्वः अब्दुल करीम के याद में सोनालिका पैलेस उतरौला मे शाम- ए- अदब का आयोजन किया गया । जिसमें देश के नामचीन शायरों ने अपनी शेरों शायरी से देर रात तक शमां बांधे रखा ।
असद बस्तवी ने अपने देशभक्ति कलाम ऐ मेरे वतन के लोगों आओ कुछ ऐसा काम करों , इस मुल्क से नफरत खत्म करों आपस में मोहब्बत आन करों । जब एक वतन हैं हम सबका फिर आपस मे झगड़ा कैसा हम अल्लाह अल्लाह करते हैं और आप भी जय श्री राम करों ।
अफजल इलाहाबादी ने महफिल को रुमानी बनाते हुए अपना शेर पढ़ा रोज आता है वो झरने मे नहाने के लिए आग पानी में लगाता है चला जाता है, मेरी तामीर मुकम्मल नहीं होने पाती कोई बुनियाद हिलाता है चला जाता हैं ।
जमील अख्तर ने पढ़ा कि हिंदुस्तान तेरी पहचान है तिरंगा , तू दिल है और मेरी जान तिरंगा , जब तक रहेंगी दुनिया तेरा राज रहेगा , सरताज हैं तू और सरताज रहेगा ।
शायर आलम निजामी अपना शेर पढ़ते हुए कहाकि हसीन ख्वाब दिखाया दिखा के छोड़ दिया
किसी ने अपना बनाया बना के छोड़ दिया
शायर फखरुल इस्लाम फरमाया कि एक मुद्दत से मै नहीं सोया ऐसी हालत बना दिया किसी ने , कि इतनी मुश्किल से नींद आयी थी कि फोन करके जगा दिया किसी ने । अबुल हासिम, शुजा उतरौलवी , डा. जफर अखलाख , आमिर अमिरी , शाद अशरफ , फैजी उतरौलवी , डा. शेहाब जफर ने श्रोताओं की खूब वाहवाही बटोरी । चिकित्सा अधीक्षक डा. चंद्र प्रकाश सिंह, प्रभारी निरीक्षक उतरौला अनिल सिंह , अपराध निरीक्षक राम नरायन , डा. रहीम सिद्दिकी, डा. रमजान अली, डा. एहसान खान , डा. महताब सिद्दीकी , बाबर सिद्दीकी , सौरभ मिश्र समेत भारी संख्या में शेरों शायरी के शौकीन मौजूद रहे।
असग़र अली
उतरौला
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