ब्यूरो चीफ विकास कुमार निषाद की रिपोर्ट
जलालपुर, अंबेडकर नगर। नगर तथा आसपास के क्षेत्रों में श्रद्धा पूर्वक हरितालिका तीज का व्रत रख महिलाओं द्वारा पति की दीर्घायु तथा अखंड सौभाग्य की कामना की गई। महिलाओं व कन्याओं द्वारा हरितालिका तीज का व्रत रखकर मंदिरों तथा घरों में शिव पार्वती की पूजा अर्चना की।
नगर स्थित डाकखाना परिसर में स्थित मंदिर पर पहुंच कर महिलाओं ने भगवान भोलेनाथ की सामूहिक पूजन अर्चन किया।
व्रती महिलाओं ने बताया कि इस उपवास के दिन महिलाएं दिन भर भूखे तथा निर्जल रहती हैं,अगले दिन प्रातः काल में जल पीकर पारण के बाद ही कुछ खाया पिया जाता है।तीन बार स्नान के साथ साथ दिन भर भजन पूजन का सिलसिला चलता है। परिवार में सुख समृद्धि और पति के दीर्घायु के लिए किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी महिलाओं और कन्याओं ने हरितालिका तीज का व्रत रखा । कुंवारी कन्याओं ने व्रत के दौरान दिनभर बिना अन्नजल ग्रहण किए योग्य वर प्राप्ति के लिए वरदान मांगा तथा शिव पार्वती की पूजा अर्चना की। पूजन के उपरांत महिलाओं द्वारा मंदिर प्रांगण में भजन कीर्तन भी किया गया।
हरतालिका तीज कथा
एक पौराणिक कथा के अनुसार माता पार्वती ने भगवान भोलेनाथ को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था. हिमालय पर गंगा नदी के तट पर माता पार्वती ने भूखे-प्यासे रहकर तपस्या की. माता पार्वती की यह स्थिति देखकर उनके पिता हिमालय बेहद दुखी हुए. एक दिन महर्षि नारद भगवान विष्णु की ओर से पार्वती जी के लिए विवाह का प्रस्ताव लेकर आए लेकिन जब माता पार्वती को इस बात का पता चला तो, वे विलाप करने लगी.
एक सखी के पूछने पर उन्होंने बताया कि वे भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए कठोर तप कर रही हैं. इसके बाद अपनी सखी की सलाह पर माता पार्वती वन में चली गई और भगवान शिव की आराधना में लीन हो गई. इस दौरान भाद्रपद में शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन हस्त नक्षत्र में माता पार्वती ने रेत से शिवलिंग का निर्माण किया और भोलेनाथ की आराधना में मग्न होकर रात्रि जागरण किया. माता पार्वती के कठोर तप को देखकर भगवान शिव ने उन्हें दर्शन दिए और पार्वती जी की इच्छानुसार उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया. तभी से अच्छे पति की कामना और पति की दीर्घायु के लिए कुंवारी कन्या और सौभाग्यवती स्त्रियां हरतालिका तीज का व्रत रखती हैं और भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त करती हैं.
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