गंगा के जलस्तर में एक सप्ताह से जारी बढ़ाव अब रौद्र रूप धारण करने लगा है। बाढ़ का पानी धीरे धीरे तटवर्ती गांवों की ओर बढ़ रहा है। खेतों में बोई फसल पर डूब का खतरा मंडराने लगा है। बढ़ते जलस्तर से तटवर्ती इलाकों में अरहर, धान, उरद, मूंग व तिल्ली की फसल के साथ ही पशु चारे के नुकसान होने की आशंका है।
सीखड़, तहसीलदार चुनार नूपुर सिंह ने बताया कि सीखड़ विकास खंड में बाढ़ से निपटने के लिए 23 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। लेखपाल व अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है। ग्राम विकास अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी, सीडीपीओ सहित खंड विकास अधिकारी बिना बताए मुख्यालय न छोड़ने का आदेश दिया गया है। यदि दो मीटर गंगा का जलस्तर और बढ़ा तो कई स्थानों पर नाव की जरूरत पड़ेगी। चुनार क्षेत्र के ढाब में जलालपुर माफी के पास बने पुल पर पानी आ जाने से आवागमन बंद हो गया है।
चुनार क्षेत्र में रविवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर जिलाधिकारी ने स्थिति का जायजा लिया। बाढ़ की संभावना को देखते हुए उन्होंने उप जिलाधिकारी चुनार सहित सभी संबंधित अधिकारियों को राहत शिविर के साथ प्रभावित होने वाले प्रमुख मार्गों पर नाव तथा अन्य राहत सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने चुनार तहसील क्षेत्र के विदापुर, धन्नूपुर, पिपराही तथा धनैता गांव का भ्रमण किया। मौके पर मौजूद ग्राम प्रधानों व ग्रामीणों से भी पूछताछ की। ग्रामीणों ने बताया कि गंगा में पानी बढ़ने से तटवर्ती इलाकों में फसल प्रभावित हुई है। डीएम ने भी माना यदि एक मीटर पानी और बढ़ता है तो गांव और फसल दोनों प्रभावित हो सकते हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रयागराज में गंगा का जल स्तर स्थिर होने से यहां भी बढ़ाव थम गया है। ओझला पुल के पास बने वाटर लेवल के अनुसार बताया कि वार्निंग लेवल 76.724 मीटर तथा खतरे का निशान 77.724 मीटर है। दोपहर 12 बजे गंगा का जलस्तर 75.24 मीटर रहा। डीएम ने कहा बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में कुल 37 बाढ़ चैकियां बनाई गई हैं। तहसील सदर में 14 तथा तहसील चुनार में 23 बाढ़ चौकियां तैनात हैं। सभी चौकियों पर कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है। बाढ़ क्षेत्रों के लिए पर्याप्त नाव व अन्य राहत सामाग्री की व्यवस्था कर ली गई है।
पुलिस ने बाढ़ में फंसे किसानों को बाहर निकाला
स्थानीय थाना क्षेत्र के सेमरा मझरा इलाके में बाढ़ में फंसे तीन किसानों को रेस्क्यू कर चील्ह पुलिस ने सकुशल बाहर निकाला। मझलीपट्टी गांव निवासी किसान बनवारी पुत्र रामराज, कन्हैया पुत्र दूधनाथ व महेंद्र पुत्र कन्हैया परवल की खेती करते हैं। उनका खेत सेमरा मझरा में टीले पर है।

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