यमुना की सहायक नदियां चंबल, बेतवा में पानी बढ़ने से गंगा में उफान आ गया है। धीरे-धीरे गंगा का पानी चेतावनी बिंदु के करीब पहुंच गया है। बृहस्पतिवार की शाम चार बजे तीन सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा के जल स्तर में वृद्धि जारी थी। गंगा का जलस्तर 76.18 मीटर पर पहुंच गया था। चेतावनी निशान 76.724 मीटर व खतरे का निशान 77.724 मीटर पर है।
जलस्तर बढ़ने से गंगा से जुड़ी सहायक नदियों और नाले के सहारे बाढ़ का पानी छानबे, कोन व सीखड़ विकास खंड में तटवर्ती गांवों की ओर रुख कर रहा है। इसके चलते किसान अपनी फसलों को लेकर चिंतित हैं। पिछले साल 12 अगस्त को खतरे के निशान को पार कर गंगा का जलस्तर 78.40 मीटर पर पहुुंच गया था। तेजी से गंगा के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से भी सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सदर तहसील के छानबे, कोन, मझवां, सिटी व पहाड़ी ब्लॉक आते हैं। इसी तरह चुनार तहसील क्षेत्र में सीखड़ समेत अन्य गांव आते हैं। सीखड़, मझवा बॉर्डर पर स्थित धननुपुर गांव गंगा के किनारे बसा हुआ है। बाढ़ का पानी धीरे- धीरे गांव की तरफ बढ़ रहा है। बजहा गांव में बाढ़ का पानी खेतों तक पहुंच गया है। कई किसानों की अरहर, ज्वार, बाजरा, मक्का, उरद, मूंग आदि की फसल पानी में डूब गई है। प्रेमापुर, फुलहा, रामगढ़, सीखड़, गोरैया, लालपुर, भुवालपुर, कठेरवा, मवैया, मिशिरपूरा, मेडिया, बेदौली, बसारतपुर आदि गांवों में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
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