मुख्यमंत्री के समक्ष अलीगढ़, आजमगढ़, चित्रकूट, म्योरपुर (सोनभद्र)
तथा श्रावस्ती में विकसित एयरपोटर््स के संचालन और प्रबन्धन के लिए
राज्य सरकार तथा ए0ए0आई0 के मध्य एम0ओ0यू0 का आदान-प्रदान
ऑपरेशन एण्ड मेन्टीनेन्स मॉडल के अन्तर्गत इन एयरपोर्ट्स का विकास
राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा तथा ए0ए0आई0 द्वारा सेवा प्रदाता के
रूप में संचालन एवं प्रबन्धन की सेवाएं प्रदान की जाएंगी
एम0ओ0यू0 के उपरांत अब इन हवाई अड्डों की लाइसेंसिंग की
प्रक्रिया होगी और जल्द ही सभी 05 एयरपोर्टों से वायुसेवा शुरू हो जाएगी
बेहतर वायुसेवा की प्रधानमंत्री जी की संकल्पना को साकार
करने में प्रदेश अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान कर रहा: मुख्यमंत्री
इन 05 एयरपोटर््स को एयर बस ए-320 के
मानकों के अनुसार विकसित करने के निर्देश
यह एयरपोर्ट ऐसे क्षेत्रों में स्थापित हो रहे हैं जो विकास की दौड़
में कतिपय कारणों से पीछे छूट गए थे, एयर कनेक्टिविटी
होने से इन क्षेत्रों के विकास को नये पंख लगेंगे
प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रारंभ की गई उड़ान योजना
का उ0प्र0 ने अत्यधिक लाभ प्राप्त किया
उ0प्र0 शीघ्र ही 05 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला राज्य, 09 एयरपोर्ट क्रियाशील, 10 एयरपोर्ट्स पर कार्य जारी, 75 गंतव्यों तक वायुसेवा की सुविधा उपलब्ध
वायुसेवा सामान्य कनेक्टिविटी सुविधा भर नहीं है,
बल्कि पर्यटन संवर्धन को भी गति देने में उपयोगी
विगत 05 वर्ष पूर्व गोरखपुर से दिल्ली तक केवल एक फ्लाइट थी,
प्रदेश सरकार के प्रयासों से फ्लाइट की संख्या बढ़कर 14 हुई
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के समक्ष आज यहां लोक भवन में अलीगढ़, आजमगढ़, चित्रकूट, म्योरपुर (सोनभद्र) तथा श्रावस्ती में विकसित एयरपोटर््स के संचालन और प्रबन्धन के लिए राज्य सरकार तथा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (ए0ए0आई0) के मध्य एम0ओ0यू0 का आदान-प्रदान किया गया। ऑपरेशन एण्ड मेन्टीनेन्स मॉडल के अन्तर्गत इन एयरपोर्ट्स का विकास राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा तथा ए0ए0आई0 द्वारा सेवा प्रदाता के रूप में संचालन एवं प्रबन्धन की सेवाएं प्रदान की जाएंगी। एम0ओ0यू0 के उपरांत अब इन हवाई अड्डों की लाइसेंसिंग की प्रक्रिया होगी और जल्द ही सभी 05 एयरपोर्टों से वायुसेवा शुरू हो जाएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज एक महत्वपूर्ण एम0ओ0यू0 निष्पादन का कार्य सम्पन्न हुआ है। बेहतर वायुसेवा की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की संकल्पना को साकार करने में प्रदेश अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान कर रहा है। केन्द्र सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के अंतर्गत चयनित जनपद अलीगढ़, आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट एवं सोनभद्र में विकसित किए जा रहे हवाईअड्डों के संचालन एवं प्रबंधन के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण का सहयोग मिल रहा है। उन्हांेने इन सभी एयरपोटर््स को एयर बस ए-320 के मानकों के अनुसार विकसित करने के निर्देश दिए। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण शीघ्र ही सर्वे की प्रक्रिया पूर्ण कर भूमि क्रय के सम्बन्ध में अग्रेतर कार्यवाही करे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह एयरपोर्ट ऐसे क्षेत्रों में स्थापित हो रहे हैं जो विकास की दौड़ में कतिपय कारणों से पीछे छूट गए थे। जनपद श्रावस्ती, सोनभद्र तथा चित्रकूट आकांक्षात्मक जनपद हैं। यहां से एयर कनेक्टिविटी होने से इन क्षेत्रों के विकास को नये पंख लगेंगे। आजमगढ़ में 05 वर्ष पूर्व कोई सोच नहीं सकता था कि यहां एयरपोर्ट बनेगा। वर्तमान प्रदेश सरकार ने आजमगढ़ को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोड़ने का कार्य किया है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को प्रधानमंत्री जी ने अपने कर-कमलों से प्रदेशवासियों को सौंपा है। अलीगढ़ हार्डवेयर का महत्वपूर्ण केंद्र है। प्रदेश सरकार यहां उत्तर प्रदेश डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर का एक नोड स्थापित कर रही है। जल्द ही अलीगढ़ बेहतर एयर कनेक्टिविटी की सुविधा वाला जनपद होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चित्रकूट रामायण सर्किट का महत्वपूर्ण हिस्सा है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने अपने वनवास का सर्वाधिक समय यहीं व्यतीत किया था। यहां पहाड़ी पर बहुत सुंदर एयरपोर्ट बन रहा है। श्रावस्ती पर्यटन की दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। भगवान श्रीराम के पुत्र की राजधानी रही है और भगवान बुद्ध ने अपने जीवन काल में सर्वाधिक चातुर्मास यहीं व्यतीत किये थे। अब यहां से वायुसेवा शुरू होने जा रही है। सोनभद्र कभी नक्सल गतिविधियों के लिए कुख्यात रहा। लेकिन यह प्राकृतिक संसाधनों की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है। यही नहीं, जनजातीय समाज का उद्गम सोनभद्र ही है। यहां वायु सेवा आवश्यक थी, जिसे प्रदेश सरकार पूरा कर रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रारंभ की गई उड़ान योजना का उत्तर प्रदेश ने अत्यधिक लाभ प्राप्त किया है। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश में मुख्यतः लखनऊ और वाराणसी एयरपोर्ट क्रियाशील थे और गोरखपुर तथा आगरा एयरपोर्ट आंशिक रूप से क्रियाशील थे। इन 04 एयरपोर्ट्स से मात्र 25 गंतव्यों तक वायुसेवा उपलब्ध थी। विगत 02 वर्षों से वैश्विक महामारी कोरोना के बावजूद वर्तमान में प्रदेश में 09 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं और 10 एयरपोर्ट्स पर कार्य जारी है। प्रदेश में आज 75 गंतव्यों तक वायुसेवा की सुविधा उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश शीघ्र ही 05 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला राज्य बनने जा रहा है। वर्तमान में लखनऊ, वाराणसी तथा कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट संचालित हैं। जेवर और अयोध्या में इंटरनेशनल एयरपोर्ट्स का निर्माण कार्य प्रगति पर है। 25 करोड़ प्रदेशवासियों को बेहतर एयर कनेक्टिविटी तथा अच्छी वायुसेवा देना सरकार का दायित्व है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में हम इस दायित्व का सफलतापूर्वक निर्वहन कर रहे हैं। वायुसेवा सामान्य कनेक्टिविटी सुविधा भर नहीं है, बल्कि पर्यटन संवर्धन को भी गति देने में उपयोगी हैं। विगत 05 वर्ष पूर्व गोरखपुर से दिल्ली तक केवल एक फ्लाइट थी। प्रदेश सरकार के प्रयासों से फ्लाइट की संख्या बढ़कर 14 हो गयी है। इसी प्रकार जनपद प्रयागराज में मात्र 11 माह में एयरपोर्ट तैयार हुआ जिसने प्रयागराज कुम्भ-2019 में बेहतर वायु सेवाएं दीं।
अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एवं नागरिक उड्डयन श्री एस0पी0 गोयल, और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री ए0के0 पाठक के बीच एम0ओ0यू0 का आदान-प्रदान हुआ।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री अरविन्द कुमार, विशेष सचिव मुख्यमंत्री एवं निदेशक नागरिक उड्डयन श्री कुमार हर्ष, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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