शिक्षित नवविवाहिता ने दिखाया साहस, पंचायत ने पति-पत्नी को अलग रहने का सुनाया निर्णय
शिक्षित युवती ने समाज में व्याप्त कुरीतियों का किया विरोधौ महिलाओं को दिया संदेश
जालसाज पति ने शर्म के मारे छोड़ा घर और गांव
गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरों
अम्बेडकरनगर। जिले के पुलिस महकमें द्वारा महिलाओं को जागरूक किया जाना, उन्हे नारी शक्ति के बारे में विस्तार से बताना और सम्मानपूर्वक जीवन जीने की प्रेरणा देने का असर महिलाओं पर पड़ा हुआ दिखाई देने लगा है। अब अपने सम्मान व हक की लड़ाई लड़ने के लिए महिलाएं खुलकर विरोधी स्वर बुलन्द करने लगी है। इनमें सम्मान के प्रति एक अजीब सा उत्साह देखने को मिल रहा है। पुरूष समाज में दोयम स्थान पर रहने वाली महिलाओं ने अब पुरूष प्रताड़ना का विरोध करना शुरू कर दिया है।
अब महिलायें समाज में व्याप्त कुरीतियों का प्रबल विरोध करने लगी है। देखने व सुनने में आ रहा है कि दबे, कुचले और मध्यम और उच्च वर्गीय समाज की पढ़ी-लिखी महिलायें पुरूष प्रधान समाज में नारी उत्पीड़न का प्रबल विरोध महिलाओं ने करना शुरू कर दिया है। एक ऐसा ही ताजा तरीन मामला इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। इस प्रकरण की मुख्य किरदार निभाने वाली शिक्षित महिला (युवती) के साहस की सर्वत्र चर्चा एवं प्रशंसा हो रही है।
अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के कुर्की बाजार के निकटस्थ गांव में एक नवविवाहिता युवती ने ऐसा साहसिक कदम उठाया है कि उसके बड़बोले पति और अन्य ससुरालीजनों के होश फाख्ता हो गये। जानकारी के अनुसार उक्त गांव के एक धनाढ्य ओबीसी परिवार के एक लगभग 30 वर्षीय युवक से युवती की शादी बीते 2020 में हुई थी। उस समय कन्या पक्ष से वर पक्ष ने झूठ बोला था कि उनका लड़का पढ़ा लिखा और सरकारी ओहदे पर है, साथ ही अच्छी कमाई करता है। इस तरह झूठ बोलकर दोनो के सात फेरे करवाये गये थे। जबकि वास्तविकता यह बताई गई है कि युवती का पति निकम्मा एवं तथाकथित शिक्षित है। वह गांव के सरपंच का सलाहकार बनकर सरकारी धन की हेराफेरी करता है।
उक्त निठल्ले व निकम्मे व्यक्ति की पत्नी को उसके कारनामों की जानकारी हुई तब उसने विरोध करना शुरू किया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त ओबीसी परिवार में अन्य जाति के कई ऐसे तत्वों का आनाजाना है जो अनैतिक कार्याें में संलिप्त है। शिक्षित महिला ने अपने ससुराल में होने वाले अनैतिक कार्यांे के बारें में सभी प्रकार की जानकारियां अपने मायके वालों को दिया। सुपुष्ट सूत्रों के अनुसार उसने अपने मायके वालो को बाहरी तत्वों द्वारा ससुराल की महिला सदस्यों से किये जाने वाली घोर अनैतिक कार्यांे के बारे में विस्तार से बताया। उसने अपने मायके के लोगो से यह भी आरोप लगाया कि उसका कामचोर, निठल्ला, तथाकथित शिक्षित पति ने परिवार में आने जाने वाले अनैतिक कार्य की इच्छा रखने वाले बाहरी तत्वों को खुश रखने का दबाव उस पर डालना शुरू किया। जब उसने विरोध किया तो उसे हर तरह से प्रताड़ित किया गया। नवविवाहिता ने अपने पति, ससुर, देवर, सास और ननदों के अनैतिक शर्मनाक कार्यांे का जब जब उसने विरोध किया तब तब उसके साथ उन लोगों ने मारपीट किया, साथ ही कम दहेज लाने का मानसिक शोषण किया जाने लगा।
अंत मंे जब नवविवाहिता को अपना सम्मान और आबरू सुरक्षित नही दिखी तो उसने ससुरालीजनो का प्रबल विरोध शुरू कर दिया। नतीजा यह हुआ कि उसके मायके वालों ने गांव के चौपाल में सम्मानित लोगों की एक पंचायत बुलाई। इसमें उपस्थित पंचों एवं पंचायत मुखिया के समक्ष अपनी बेटी की समस्या व शिकायत रखा। घण्टों चली सुनवाई के उपरान्त पंचायत के सदस्यों ने नवविवाहिता के पक्ष में यह फैसला सुनाया कि वह स्वतंत्र है और तद दिनांक से उसका वैवाहिक विच्छेदन प्रभावी होगा। दोनों पति पत्नी अब तलाकशुदा हो गये है। दोनो स्वतंत्र है। भविष्य का जीवन सुचारु संचालन हेतु अलग अलग अपना जीवनसाथी चुन सकते है।
एक हफ्ते पूर्व हुई पंचायत और लिया गया निर्णय अकबरपुर थाना क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रबुद्ध वर्ग के लोग तथा शिक्षित व जागरूक महिलाओं ने कुर्की बाजार के निकट स्थित गांव में नवविवाहिता को एक शिक्षित नारी शक्ति कहा है। इन सबका कहना यह है कि गांव की नवविवाहिता के साहस की दाद देनी चाहिए। वह इसलिए कि उसने एक अति सराहनीय कार्य किया है। महिलाओं को उससे सबक लेना चाहिए।
कई खबरीलालों ने बताया कि उक्त ओबीसी परिवार का युवक ना तो वकील है, ना ही अधिवक्ता है और ना ही किसी सरकारी नौकरी में है। वह लोगों को टोपियां पहनाकर पैसा कमाता है। बड़े ठाट बाट से रहता है। मासूम गांव वालों को अपनी मक्कारी व धूर्तता से भ्रमजाल में फंसाये रहता हैैं। गांव के सरपंच से याराना करके ग्राम पंचायत निधि का पैसा स्वहितार्थ उपयोग में लाता है। इस तथाकथित शिक्षित व जालिया के दोस्त बने ग्राम प्रधान भी कोप का कारण बने हुये है और अपने ही घर वालों से पीटे जाते हैं और यह कार्य नियमित होता है।
इन्ही सूत्रों के अनुसार जब से उक्त युवक और उसकी पत्नी के बीच यह अलगाव हुआ है उसी दिन से जालसाज पति घर व गांव छोड़कर फरार हुआ है।
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