शाहगंज/जौनपुर। सेंट थामस में नही चलता योगी सरकार के नियम, कानून

प्रिंसिपल अंटोनी सामी की यहां चलती है हुकूमत

शाहगंज,जौनपुर। नगर का एक प्रतिष्ठित कालेज जो कई दशकों से अपनी एक प्रतिष्ठा,बेहतर शिक्षा जहां से पढ़ कर निकले अनेकों छात्र देश और दुनियां में नाम कर रहे हैं। उस बनी बनाई प्रतिष्ठा को बट्टा लगाने का काम कर रहे हैं। उस कालेज के कथित प्रिंसिपल अंटोनी सामी। जी हां बात हो रही है क्षेत्र के मिशनरी  सेंट थामस इंटर कालेज की जहां वर्तमान समय कथित रूप से प्रिंसिपल कहे जाने वाले  फादर अंटोनी सामी जो सरकार के नियम कानून को ताक पर रख कर कालेज में अपनी हुकूमत चलाते हैं। जहां प्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकार शिक्षा पर काफी जोर दे रही है। कक्षा आठ तक मुफ्त शिक्षा का अधिकार दिया। वहीं इस कॉलेज में प्रिंसिपल के तानाशाही रवैये के कारण कक्षा आठ तक के बच्चों के अभिभावकों से भारी भरकम फीस वसूली जाती है। बताते हैं उक्त कथित प्रिंसिपल के पास कुछ विशेष प्रशानिक शक्तियों के कारण कालेज में पढ़ाने वाले शिक्षक भी प्रिंसिपल के गलत नीतियों का विरोध नही कर पाते। कालेज के प्रिंसिपल सामी मानो एक विधालय के प्रिंसिपल न होकर एक बहुत बड़े तानाशाह हैं। जिससे विघालय में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक भी नही मिल पाते। अगर किसी तरह मिल भी लिए और अपने बच्चों या किसी समस्या या किसी तरह का सवाल कर लिया तो उस अभिभावक की खैर नहीं और उक्त प्रिंसिपल का रौद्र रूप सामने आ जाता है और बेइज़्ज़त और रुसवा करके वहां से बाहर निकलवा दिया जाता है। कालेज में छात्रों से खुलेआम अवैध वसूली होती है। मगर फादर अंटोनी सामी के लंबे रसूख के कारण अगर कोई कम्प्लेन भी करता है तो उसकी आवाज़ को या तो दबा दिया जाता है या फिर अभिभावक के बच्चे को कॉलेज से निकालने की धमकी देकर चुप करा दिया जाता है। कुल मिलाकर सरकार की सब पढ़े सब बढ़े शिक्षा की नीति और सरकार की मंशाओं पर पानी फेरने का काम एक अकेला एक विघालय सेंट थामस इंटर कालेज का प्रिंसिपल फादर अंटोनी सामी कर रहा है। फिलहाल देखना यह होगा की सरकार, शासन, प्रशासन इनकी तानाशाही रवैये पर कब अंकुश लगा पाता है और उस विधालय का खोया हुआ गौरव जो उक्त प्रिंसिपल के कारण धूमिल हुआ है। कब वापस आता है।

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