पचपेड़वा (बलरामपुर)। उत्तराखंड में डॉ. अजय सिंह रावत की पुस्तक में थारु जनजाति के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किए जाने पर समाज के लोगों ने नाराजगी जतायी है।
शुक्रवार को थारु जनजाति समाजोत्थान समिति व भाजपा जनजाति मोर्चा के संयुक्त तत्वावधान में एकत्रित लोगों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम को संबोधित एक ज्ञापन भी एडीएम को सौंपा। इसमें पुस्तक को बैन कराने की मांग प्रमुख तौर पर शामिल थी।
भाजपा नेता व सीमा जागरण मंच के प्रांत मंत्री रामकृपाल शुक्ल, थारु जनजाति समाज उत्थान समिति के महामंत्री बलराम धनीराम व प्रधान फूलमती आदि ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर पुस्तक में प्रकाशित अपमानजनक शब्दों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया। डीएम को सौंपे ज्ञापन में बताया गया कि इसे लेकर थारु समाज के लोगों में काफी गुस्सा है। मांग की गयी कि समाज से जुड़े लोगों की भावना को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तक पहुंचाकर पुस्तक को बैन कराने के साथ ही लेखक के खिलाफ भी केस दर्ज कर कार्रवाई की जाए। धरने में प्रधान पल्टूराम, सुनील चौधरी, नीलम, हेमंत सहित समाज से जुड़े अन्य लोग शामिल रहे।
हिन्दीसंवाद न्यूज़
बलरामपुर
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