जेल में रक्षा बन्धन पर्व पर बहनों के लिए की गई विशेष व्यवस्था
-श्री सुरेश राही
लखनऊ: 28 जुलाई, 2022
उ0प्र0 के राज्यमंत्री कारागार श्री सुरेश राही ने 12 अगस्त को रक्षाबन्धन पर्व पर प्रदेश के सभी जेलों में निरूद्ध कैदियों को खुशखबरी दी है। उन्होंने डी.जी./महानिरीक्षक कारागार को निर्देश दिये है कि रक्षाबन्धन पर्व के दिन आने वाले बंदियों के परिजनों/बहनें जो राखी बांधने आयेगी, उनके मिलने/राखी बांधने हेतु स्लाट बनाकर राखी बांधने एवं पर्व मनाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
श्री राही ने महानिरीक्षक को 27 जुलाई, 2022 को पत्र लिखकर निर्देश दिये है कि रक्षाबन्धन पर्व के दिन आने वाले परिजनों/बहनों हेतु कैम्प लगाकर बैठने की समुचित व्यवस्था के साथ ही उनके जलपान की व्यवस्था भी की जाये। उन्होंने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री के विजन 'सबका साथ सबका विकास' के तहत सभी को खुशी मनाने का अवसर समान रूप से मिलना चाहिए।
श्री सुरेश राही ने कहा है कि स्वयं सहायता समूहों की सहायता से इस पर्व को भव्य तरीके से मनाये। उन्होने कहा कि रक्षा बन्धन का त्यौहार भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है। यह भारतीय संस्कृति की गौरवशाली परम्परा से जुड़ा हुआ है। इस दिन बहने भाईयों की कलाई पर रक्षा धागा बांधकर उनके लम्बी आयु एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना करती है। जेलों की कड़ी व्यवस्था के कारण बहनें इस पर्व को सौहार्द से नहीं माना पाती। इसलिए पहले से ही व्यवस्था दुरूस्त रखें जिससे हमारी बहनों को राखी बांधने में सहूलियत हो।
-श्री सुरेश राही
लखनऊ: 28 जुलाई, 2022
उ0प्र0 के राज्यमंत्री कारागार श्री सुरेश राही ने 12 अगस्त को रक्षाबन्धन पर्व पर प्रदेश के सभी जेलों में निरूद्ध कैदियों को खुशखबरी दी है। उन्होंने डी.जी./महानिरीक्षक कारागार को निर्देश दिये है कि रक्षाबन्धन पर्व के दिन आने वाले बंदियों के परिजनों/बहनें जो राखी बांधने आयेगी, उनके मिलने/राखी बांधने हेतु स्लाट बनाकर राखी बांधने एवं पर्व मनाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
श्री राही ने महानिरीक्षक को 27 जुलाई, 2022 को पत्र लिखकर निर्देश दिये है कि रक्षाबन्धन पर्व के दिन आने वाले परिजनों/बहनों हेतु कैम्प लगाकर बैठने की समुचित व्यवस्था के साथ ही उनके जलपान की व्यवस्था भी की जाये। उन्होंने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री के विजन 'सबका साथ सबका विकास' के तहत सभी को खुशी मनाने का अवसर समान रूप से मिलना चाहिए।
श्री सुरेश राही ने कहा है कि स्वयं सहायता समूहों की सहायता से इस पर्व को भव्य तरीके से मनाये। उन्होने कहा कि रक्षा बन्धन का त्यौहार भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है। यह भारतीय संस्कृति की गौरवशाली परम्परा से जुड़ा हुआ है। इस दिन बहने भाईयों की कलाई पर रक्षा धागा बांधकर उनके लम्बी आयु एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना करती है। जेलों की कड़ी व्यवस्था के कारण बहनें इस पर्व को सौहार्द से नहीं माना पाती। इसलिए पहले से ही व्यवस्था दुरूस्त रखें जिससे हमारी बहनों को राखी बांधने में सहूलियत हो।
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